धूमनगंज पुलिस ने शुभम हत्याकांड का किया खुलासा

आठ जून की सुबह घर से थोड़ी दूर पर मिला थी शुभम की बॉडी

ALLAHABAD: धूमनगंज के राजरूपपुर मुहल्ले में सात जून की रात हुई शुभम यादव की हत्या की जांच में जुटी पुलिस को घटना का खुलासा करने में आखिरकार सफलता मिल गई। पुलिस ने हत्यारोपी सुरेश को गिरफ्तार कर लिया है। उसके साथी मनोज और गुड्डू अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। उनकी तलाश में पुलिस टीम दबिश दे रही है। जरायम की पुरानी अदावत को लेकर हत्या की बात सामने आयी है।

प्रीतिभोज में हुआ था झगड़ा

कौशांबी के सरायअकिल थाना क्षेत्र स्थित सड़वा गांव का रहने वाला शुभम राजरूपपुर के 60 फीट रोड निवासी विनोद यादव के घर में किराए का कमरा लेकर परिवार के साथ रहता था। सात जून की रात उसके मोबाइल पर किसी का फोन आया। उसके बाद वह घर से निकल गया। सारी रात वह घर नहीं पहुंचा, अगले दिन सुबह घर से करीब एक किलोमीटर दूर उसकी लाश मिली थी। कातिलों ने शुभम को छह गोली मारी थी। धूमनगंज पुलिस ने आशनाई और दूसरे बिंदु पर जांच शुरू की। हत्याकांड के बाद धूमनगंज पुलिस ने तफ्तीश की तो कई सुराग मिले। इसके बाद सोमवार को राजरूपपुर के पसियाना मुहल्ले निवासी सुरेश को गिरफ्तार कर लिया।

नशे में हुआ आरोपियों से सामना

इंस्पेक्टर धूमनगंज अरुण त्यागी ने बताया कि घटना की रात मुहल्ले में आयोजित एक प्रीतिभोज में शुभम गया था। वहीं पर मनोज, गुड्डू और सुरेश भी पहुंचे। सभी शराब के नशे में थे। इसी दौरान उनकी बीच जरायम की दुनिया की अदावत को लेकर झगड़ा हुआ तो सभी लोग शुभम को पकड़कर गली में ले गए। वहां गुड्डू ने अपनी पिस्टल से शुभम को गोली मारी। फिलहाल फरार अभियुक्तों की तलाश में दबिश दी जा रही है, जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

एक हत्यारोपी सुरेश के गिरफ्तार होने से पूरा मामला खुल गया है। बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। पूरी कोशिश होगी कि जल्द से जल्द उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाए।

अरुण त्यागी

इंस्पेक्टर, धूमनगंज