- प्रतापगढ़ पुलिस लाइन में तैनात था एसआइ ज्ञानेंद्र सिंह

- बॉडी की पहचान होने के बाद जांच में जुटी पुलिस

KAUSHAMBI (22 May, JNN): महेवाघाट राजापुर यमुना पुल पर मंगलवार को मिली सिर कटी महिला की बॉडी की पहचान हो गई है। वह बॉडी प्रतापगढ़ पुलिस लाइन में तैनात दारोगा ज्ञानेन्द्र सिंह की पत्नी ईशा की थी। ईशा की हत्या में उसके दरोगा पति पर ही आरोप लगा है। महेवाघाट थाना पुलिस ने परिजनों की तहरीर पर दारोगा के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी है। दरोगा चित्रकूट के मऊ थाना क्षेत्र के छिऊलहा का रहने वाला है। पुलिस उसकी तलाश में जुट गई है।

लव मैरिज किया था

कानपुर के रहने वाले कौशलेश कुमार सिंह की बेटी ईशा की बॉडी की थी। ईशा सिंह ने प्रतापगढ़ की पुलिस लाइन में तैनात दारोगा ज्ञानेंद्र सिंह निवासी चित्रकूट थाना मऊ के छिऊलहा से प्रेम विवाह किया था। ईशा सिंह क्8 मई को संदिग्ध परिस्थितियों में कानपुर से गायब हो गई। ईशा सिंह के भाई अजय सचान ने कानपुर के काकादेव थाना में दारोगा ज्ञानेंद्र सिंह के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कराया था। काकादेव थाना की पुलिस विवाहिता की खोजबीन कर रही थी। शुक्रवार को जानकारी होने पर कानपुर पुलिस के साथ ईशा सिंह का भाई, मां विनीता, मौसी आदि लोग आए। पोस्टमार्टम हाउस में परिजनों ने घड़ी और ब्लाउज के जरिए बॉडी की पहचान की। इसके बाद भाई अजय सचान की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी दारोगा ज्ञानेंद्र सिंह के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया। अजय सचान ने बताया कि आरोपी दारोगा ने दो शादियां की थीं। ईशा सिंह को झांसा देकर उसने दूसरी शादी की थी। ईशा ने झूठ बोलने पर नाराजगी जताते हुए कार्रवाई कराने का दबाव बनाया तो बीते क्8 मई को आरोपी दारोगा ने अपहरण कर उसका गला काटकर लाश महेवाघाट यमुना पुल पर फेंक कर फरार हो गया।

- दारोगा की पत्नी ईशा के अपहरण का मामला कानपुर में दर्ज है। इसलिए हत्या का मामला दर्ज कर कानपुर पुलिस को केस हस्तांतरित किया जाएगा।

पुर्णेदु सिंह, सीओ सिटी कौशांबी