नक्सल अफेक्टेड डिस्ट्रिक्ट में इलेक्शन के दौरान बड़ी वारदात को दे सकते हैैं अंजाम

यूं तो नक्सलियों के निशाने पर हमेशा से ही पुलिस और पॉलिटिकल लीडर्स रहे हैैं लेकिन इलेक्शन के दौरान ये और भी ज्यादा एक्टिव हो जाते हैैं। हाल के दिनों में नक्सलियों ने कुछ बड़ी वारदात को अंजाम दे कर अपनी मंशा पहले ही जाहिर कर दी है। खुफिया रिपोर्ट में भी इलेक्शन के दौरान नक्सलियों द्वारा बड़ी घटना को अंजाम देने की अंदेशा जताई जा चुकी है। ईस्ट सिंहभूम में वेडनेसडे को डॉ अजय कुमार के फिक्स रूट में 10 किलो के केन बम बरामद होने से खुफिया रिपोर्ट की पुष्टि होती है।

रेड कॉरिडोर में आता है झारखंड
कंट्री में नक्सलियों द्वारा बनाए गए रेड कॉरिडोर में झारखंड एक प्रमुख स्टेट में है। वेस्ट बंगाल, ओडि़शा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश,
महाराष्ट्र, बिहार, झारखंड, आंध्र प्रदेश जैसे स्टेट आते हैं। इलेक्शन के दौरान इन स्टेट में रेड अल्र्ट जारी किया गया है। हाल के दिनों में झारखंड के पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में दो बड़ी वारदात कर पूरे रेड कॉरिडोर में अपनी दबिश दे दी है।

8 मार्च को हुआ था तिलेश्वर साहु का मर्डर
झारखंड में इलेक्शन के ठीक पहले नक्सलियों ने आजसू के सीनियर लीडर तिलेश्वर साहु की दिन दहाड़े मर्डर कर सनसनी फैला दी थी। नक्सली ऑर्गेनाइजेशन पीएलएफआई ने इस मर्डर की जिम्मेवारी भी ली थी। माना जा रहा है कि तिलेश्वर साहु आजसू पार्टी के संभावित केंडीडेट थे। इलेक्शन में वे कंटेस्ट नहीं कर पाए इसलिए उनकी हत्या बरही में एक पŽिलक मीटिंग में कर दी गई थी।

नक्सलियों के निशाने पर रहे हैैं लीडर्स
पहले भी झारखंड के कई बड़े लीडर्स को नक्सलियों ने अपना निशाना बनाया है। 2005 में बगोदर में भाकपा एमएलए महेन्द्र सिंह को नक्सलियों ने इसलिए मार डाला कि वे नक्सलवाद के खिलाफ बोला करते थे। 2007 में जमशेदपुर के एमपी सुलि महतो की भी मर्डर उनके नक्सल विरोधी गतिविधियों के कारण घाटशिला के बागुडिय़ा में कर दी गई। इसी तरह से 2008 में जेडीयू के एमएलए व सीनियर लीडर रमेश सिंह मुंडा की भी हत्या तमाड़ में कर दी गई थी। इसलिए देखा जाए तो स्टेट के बड़े लीडर हमेशा से ही नक्सलियों के निशाने पर रहे हैैं।

इनकी जान को हो सकता है खतरा
सीएम हेमंत सोरेन, भाजपा लीडर सह एक्स सीएम अर्जुन मुंडा, जेएमएम सुप्रीमो शिबु सोरेन, आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो,कांग्रेस के स्टेट प्रेसिडेंट सुखदेव भगत, जेवीएम सुप्रीमो बाबू लाल मरांडी, कांग्रेस लीडर सुबोध कांत सहाय, इंदर सिंह नामधारी, डॉ अजय कुमार।

इलेक्शन के दौरान पुलिस रहेगी एक्टिव

वीवीआईपी के पŽिलक मीटिंग में गिफ्ट नहीं लेने का निर्देश
कैंपेनिंग में बुरका पहन कर पहुंचने वाली महिलाओं की वीमेन पुलिस कांस्टेबल करेगी चेकिंग
एमसीसी बेल्ट में जाने से पहले लीडर्स को पुलिस को करना होगा इंफार्म
सेंसेटिव बूथ पर रहेगी हाई अल्र्ट सिक्योरिटी अरेंजमेंट
मंच पर जाने वाले सभी की होगी चेकिंग
पŽिलक मीटिंग और रोड पर फिक्स रूट में ही करने की निर्देश

Report by : jamshedpur@inext.co.in