मनोज बेदी

मेरठ : गनर लेकर साथ चलना लोगों के लिए स्टेटस सिंबल बन गया है। शहर में रौब गालिब करने के लिए पुलिस कप्तान से गनर की मांग की जा रही है। गनर प्राप्त करने के लिए आए पांच हजार आवेदन पुलिस आफिस में धूल फांक रहे हैं। एसएसपी मंजिल सैनी का कहना है कि एलआईयू की जांच के बाद ही गनर दिए जाते है।

 

- सत्ताधारी पार्टी के लोग सुरक्षा के नाम पर हासिल करते हैं गनर

 

- जिनकी जान को खतरा है उन्हें नहीं मिलता है गनर

 

-कई फर्जी मामले सामने आने पर वापस लिए गए गनर

 

- तत्काल प्रभाव से नए गनर देने पर लगा दी गई रोक

 

- पेड गनर की फीस में की गई बढ़ोतरी

 

5 हजार आवेदन पेडिंग

80 माननीयों को मिले गनर

350 लोगों को पिछली सरकार में मिले थे गनर

10 से 100 प्रतिशत तक किराए पर भी जारी होता है गनर

400 जवानों की गनर के रूप में रहती है डयूटी

12 - घंटे रहती है एक गनर की डयूटी

 

सिक्योरिटी के लिए आए आवेदन की एलआईयू जांच होती है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही सुरक्षा प्रदान की जाती है।

-मंजिल सैनी एसएसपी