-नहीं पहुंचे केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान, जिला पंचायत सदस्य भी नहीं हुए शामिल

-कार्यक्रम से भाजपाइयों ने बनाई दूरी, सपाई भी नहीं पहुंचे

मेरठ: सियासत ने इस बार नौचंदी मेले का रंग फीका कर दिया। रविवार शाम हुए ऐतिहासिक मेले के उद्घाटन में मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान नहीं पहुंचे। जिला पंचायत की राजनीति ऐतिहासिक मेले पर भारी पड़ती दिखी। सपाइयों ने आयोजन से दूरी बना ली तो वहीं आयोजक जिला पंचायत अध्यक्ष सीमा प्रधान अलग-थलग नजर आई। भाजपा नेता समेत विभिन्न जिला पंचायत सदस्य भी नहीं पहुंचे। कमिश्नर आलोक सिन्हा ने मेले का औपचारिक उद्घाटन किया है।

मेले में स्वच्छता की अलख

चण्डी देवी के मन्दिर पर पूजा की गई। बालेमियां की मजार पर दुआ व चादर चढ़ाकर मेले का औपचारिक उद्घाटन किया गया। 131 वर्ष पुराने नौचंदी मेले का तीसरी बार कमिश्नर ने उद्घाटन किया। कबूतर और गुब्बारे उड़ाकर मेले का उद्घाटन किया गया। कमिश्नर ने कहा कि विश्व पटल पर नौचन्दी मेले के नाम से ही मेरठ को जाना जाता है। उन्होंने अपील की कि प्रसिद्ध नौचन्दी मेले को स्वच्छता नौचन्दी मेले के रूप में लगाएं, ताकि लोग यहां आकर स्वच्छता के प्रति अधिकाधिक जागरूक होकर स्वच्छता के अभियान को गति प्रदान कर सके। देशभक्ति व सांप्रदायिक सौहार्द के गीतों पर कलाकारों ने जीवंत प्रस्तुति देकर तालियां बटोरी। शाम को शुरू हुआ उद्घाटन कार्यक्रम देर रात तक चला। जादूगर बी सम्राट ने दौरान विभिन्न प्रस्तुतियां दीं।

बदलेगा ग्राउंड का स्वरूप

कमिश्नर ने जल्द ग्राउंड की बाउंड्री कराने के निर्देश नगर निगम और जिला पंचायत को दिए तो वहीं बताया कि पटेल मण्डल का जीर्णोद्धार कर उसमें सभी सुविधाओं को मुहैया कराने के लिए एमडीए को1.25 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई है। सभी महापुरुषों की प्रतिमाओं को एक शहीद स्मारक बनाकर शिफ्ट किया जाएगा। जिला पंचायत अध्यक्षा सीमा प्रधान, एडीएम सिटी मुकेश चन्द्र, एसडीएम सदर अरविन्द सिंह, सपा नेता अतुल प्रधान, अपर मुख्य अधिकारी शिशुपाल शर्मा आदि इस दौरान मौजूद थे।