RANCHI: रांची कॉलेज का नाम डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी यूनिवर्सिटी किए जाने पर राजनीति तेज हो गई है। स्टूडेंट्स व स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशंस के बाद राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और अन्नपूर्णा देवी ने भी कॉलेज का नाम झारखंडी महापुरुषों के नाम पर किए जाने की वकालत की है। आदिवासी छात्र संघ ने तो कॉलेज के डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर नामकरण के विरोध में क्म् से ख्क् अगस्त तक धरना भी शुरू किया था, पर प्रशासन ने इस धरने का खत्म करवा दिया।

झारखंड की विभूतियों पर होना चाहिए नाम

छात्र नेता संजय महली ने बताया कि रांची कॉलेज का नाम डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर करने का जब नोटिफिकेशन जारी हुआ, उसी समय से हमने इसका विरोध शुरू कर दिया था। हमने मुख्यमंत्री की शवयात्रा भी निकाली। डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम से झारखंड के लोग अनजान हैं। यहां कई ऐसी झारखंडी विभूतियां हैं, जिनका नाम कॉलेज को दिया जा सकता था, पर सरकार अपनी नीतियां जनता पर थोप रही है।

इतिहास मिटाने की साजिश

वहीं, आदिवासी छात्र संघ के सदस्य आदित्य कुमार ने कहा कि इस कॉलेज को यूनिवर्सिटी बनानी थी तो इसके नामकरण में यहां की विभूतियों को प्राथमिकता देनी थी। इससे विदेश से भी लोग आते तो इस नाम से वो झारखंड की संस्कृति को समझने का प्रयास करते। वर्ष क्9भ्ब् में जब रांची कॉलेज के नए भवन का शिलान्यास हुआ था, उस समय भी क्षेत्रीयता का ध्यान रखते हुए इसका नाम रांची कॉलेज रखा गया। अंग्रेजी राज में भी इसका नाम रांची कॉलेज ही था और अब इसका नाम बदलकर इसके इतिहास को मिटाया जा रहा है।

बिरसा या सिदो-कान्हू पर हो नाम

स्टेट गेस्ट हाउस में सोमवार को पत्रकारों से बात करते हुए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कहा कि यूनिवर्सिटी का नामकरण बिरसा मुंडा या सिदो-कान्हू के नाम पर होना चाहिए। झारखंड के इतिहास में जिनका कोई योगदान नहीं, उनके नाम पर इसका नामकरण नहीं होना चाहिए। वहीं, राजद प्रदेश अध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि रांची कॉलेज का नाम डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर किया जाना गलत है। झारखंड में एक से एक शहीद और महापुरुष हुए हैं। इसलिए कॉलेज का नामकरण झारखंड के महापुरुषों के नाम पर ही होना चाहिए। रांची कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ यूसी मेहता ने कहा कि रांची कॉलेज का नामकरण सरकार का निर्णय है। वे सरकार के कर्मी हैं इसलिए इस मुद्दे पर वे कुछ नहीं कहेंगे।

प्रेसिडेंट को भेजेंगे पोस्टकार्ड

रांची कॉलेज का नामकरण डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर किए जाने के विरोध में झारखंड छात्र संघ पोस्ट कार्ड के जरिये राष्ट्रपति को पत्र लिखकर इसका नामकरण रदद करने की मांग को लेकर अभियान चला रहा है। रांची यूनिवर्सिटी में यह अभियान क्8 नवंबर से चलाया जा रहा है।

यूनिवर्सिटी का नामकरण बिरसा मुंडा या सिदो-कान्हू के नाम पर होना चाहिए। झारखंड के इतिहास में जिनका कोई योगदान नहीं, उनके नाम पर इसका नामकरण नहीं होना चाहिए।

-लालू प्रसाद यादव, राष्ट्रीय अध्यक्ष, राजद

रांची कॉलेज का नाम डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर किया जाना गलत है। झारखंड में एक से एक शहीद और महापुरुष हुए हैं। इसलिए कॉलेज का नामकरण झारखंड के महापुरुषों के नाम पर ही होना चाहिए।

अन्नपूर्णा देवी, प्रदेश अध्यक्ष, राजद

स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशंस ने पहले से खोल रखा है मोर्चा

रांची कॉलेज का नामकरण झारखंड के महापुरुषों के नाम पर होना चाहिए। झारखंड छात्र संघ इसका नाम डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी यूनिवर्सिटी किए जाने का विरोध करता है। जिनका झारखंड के इतिहास में कोई योगदान नहीं, उनके नाम पर कॉलेज का नामकरण उचित नहीं।

-संजय महली, छात्र नेता

कॉलेज का नामकरण डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर करके झारखंड के इतिहास को मिटाने की कोशिश हो रही है। इसका आदिवासी छात्र संघ विरोध करता रहेगा। हमारे धरना को प्रशासन ने जबर्दस्ती बंद करा दिया, पर झारखंड की जनता का आक्रोश कम नहीं कर सकेंगे।

-आदित्य कुमार, छात्र नेता

--------------------

क्या कहते हैं प्रिंसिपल

कॉलेज के नामकरण के लिए नोटिफिकेशन सरकार ने निकाला है। इस मामले में मैं कुछ नहीं कह सकता। इसमें मैं न्यूट्रल ही रहूंगा।

-डॉ यूसी मेहता, प्रिंसिपल, रांची कॉलेज