- एमडीए करा रहा है सिटी में लैंड ऑडिट

- करीब 40 हजार स्क्वायर मीटर लैंड मिलने का अनुमान

Meerut : बिल्डर्स के अच्छे दिन शायद खत्म होने जा रहे हैं। प्राधिकरण ने अपने लैंड रिकॉर्ड को चेक करने के लिए ऑडिट करना शुरू कर दिया है। प्राधिकरण में मौजूद सभी फाइलों को खंगाला जा रहा है। साथ ही आवंटन की गई लैंड को मौके पर नापा जा रहा है, ताकि पता चल सके कि कहीं आवंटी ने प्राधिकरण की एक्स्ट्रा लैंड तो नहीं ले ली है। इसमें लैंड ऑडिट से कई प्राइवेट बिल्डर्स की गर्दन फंसती हुई नजर आ रही है। ऐसे में अब उनकी प्राधिकरण के अधिकारियों के पास आवाजाही भी बढ़ गई है।

लैंड ऑडिट शुरू

मेरठ विकास प्राधिकरण अपने लैंड के हिसाब-किताब रखने और ये जानकारी हासिल करने कि उनके पास कितनी लैंड बची है, के लिए लैंड ऑडिट शुरू कर दिया है। लैंड से जुड़ी सभी फाइलों को खंगालने के लिए करीब दो दर्जन कर्मचारियों की टीम लगाई गई है। टीम किस आदमी को कितनी लैंड आवंटित की और अब मौजूदा स्थिति क्या है? पता करने में जुटी है। छोटी से छोटी जानकारी हासिल कर उनकी फाइल बनाने में जुटे हुए हैं। प्राधिकरण के अधिकारियों की मानें तो ये पूरा ऑडिट करने में टाइम लगेगा। क्योंकि अभी ये कई प्रोसेस से गुजरना है।

खुलेगी कई लोगों की पोल

प्राधिकरण के इस लैंड ऑडिट से कई बिल्डर्स या यूं कहें कि भू माफिया की पोल खुल सकती है। प्राधिकरण अधिकारियों से मिले संकेतों के अनुसार इस लैंड ऑडिट से भू माफिया पर भी शिकंजा कसा जाएगा। क्योंकि अधिकतर लैंड इन्हीं लोगों के कब्जे में हैं। ऑडिट के बहाने उन लोगों की साइट्स पर जाकर इस चीज का भी निरीक्षण किया जाएगा कि लैंड लेने के बाद वो कंस्ट्रक्शन प्रोसेस मे कितनी तरह की अनियमितताएं की हैं। ताकि बाद में उन्हें इस बात लेकर भी जवाब-तलब किया जा सके। प्राधिकरण सूत्रों की मानें तो इस लैंड ऑडिट से करीब प्राधिकरण को ब्0 हजार स्क्वायर मीटर लैंड मिलने का अनुमान हैं।

प्राधिकरण के चक्कर काट रहे बिल्डर्स

जब से प्राधिकरण ने लैंड ऑडिट का काम शुरू कर किया है। तब से प्राधिकरण के अंदर बिल्डर्स की आवाजाही कुछ ज्यादा ही बढ़ गई है। हर कोई लैंड से संबंधित अधिकारियों को मनाने में जुटा हुआ है। सूत्रों की मानें तो हायर ऑफिशियल ने लैंड ऑडिट में काम करने वाले सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को हिदायत दे दी है कि वो किसी भी बिल्डर से नहीं मिलेंगे। अगर कोई भी उनसे बाहर का आदमी मिलने की कोशिश करता है तो उसकी सबसे पहले जानकारी अपने ऑफिसर्स देंगे।

खुल सकता है कोई बड़ा घोटाला

इस लैंड ऑडिट में लैंड से संबंधित घोटाला सामने भी आ सकता है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा रहा है कि मौजूदा ऑडिट टीम में नए कर्मियों और अधिकारियों को लगाया गया है। सभी फाइलें उन्हीं के अंडर में चेक हो रही हैं। ऐसे में कोई बड़ी गड़बड़ी की जानकारी पहले ऑफिशियल के पास ही जाएगी। कोई भी अपने आप मैनेज नहीं कर सकेगा। अगर कोई ऐसा करेगा भी तो पकड़ा जाएगा। क्योंकि हर फाइल की रिपोर्ट ऑफिशियल के पास पहुंच रही है।

ऑडिट अभी चल रहा है। उसे अभी कई चरणों से गुजरना है, इसलिए अभी कुछ भी कहना ठीक नहीं होगा। ऑडिट पूरा होने के बाद सभी जानकारी मुहैया कराई जाएगी।

- राजेश कुमार यादव, वीसी, एमडीए