-15 दिन के अंदर रिस्पांस नहीं देने पर होगी कार्रवाई

- जुर्माने के साथ उद्योग बंद करने के आदेश हो सकते हैं जारी

BAREILLY: इंवॉयरमेंट के साथ खिलवाड़ कर अपना धंधा चमकाने वाले उद्योगों को पॉल्यूशन बोर्ड ने आड़े हाथों लिया है। बोर्ड ने भ् लघु और बड़े उद्योगों को शोकॉज नोटिस जारी किए हैं। उद्योग अगर बोर्ड द्वारा दी गई डेडलाइन के अंदर ठीक प्रॉपर जवाब नहीं देते हैं, तो जुर्माने के साथ उद्योग बंद करने आदेश जारी होंगे। बरेली रीजन में दर्जनों छोटे और बड़े उद्योग वर्क कर रहे हैं। मगर इनमें से मैक्सिमम उद्योग पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के मानक को पूरा नहीं करते हैं।

भ् इंडस्ट्रीज को नोटिस

क्षेत्रीय पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ऑफिसर्स की संस्तुति पर लखनऊ मुख्यालय बोर्ड ने इंडस्ट्रीज को शोकॉज नोटिस भेजे हैं। जांच और कंप्लेंट्स के आधार पर नोटिस जारी हुए इंडस्ट्रीज के यहां तमाम खामियां पाई गई थी। पॉल्यूशन बोर्ड ने बरेली, शाहजहांपुर और बहेड़ी सहित टोटल भ् इंडस्ट्रीज के खिलाफ नोटिस भेजा है। इनमें बरेली के रामा श्यामा पेपर मिल, जल आकाश और सरस्वती ईट उद्योग शामिल हैं। शाहजहांपुर के रामावतार ब्रिक फीड, जय मां वैष्णों ईट उद्योग और बहेड़ी के केसर शुगर मिल को शोकॉज नोटिस भेजा गया है।

क्भ् दिन का दिया गया समय

बोर्ड द्वारा सभी इंडस्ट्रीज को क्भ् दिन का समय दिया गया है। क्भ् दिन के अंदर अगर इंडस्ट्री तर्कपूर्ण जवाब नहीं देते हैं तो उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। ऑफिसर्स ने बताया कि डेडलाइन के अंदर खामियों को नहीं सुधारने पर उद्योगों के खिलाफ रिपोर्ट तैयार कर मुख्यालय को भेज दी जाएगी। इसके बाद मुख्यालय जो निर्णय लेगा उसके अकॉर्डिग उद्योगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वैसे मानक पूरा नहीं करने पर उद्योग बंद करने के आदेश जारी किए जाते हैं। कोर्ट में मामला जाने पर कोर्ट जो फैसला लेता है उसके आदेश को फॉलो किया जाता है।

क्यों मिला नोटिस

पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के मानक को दरकिनार कर ये इंडस्ट्रीज एअर और वॉटर पॉल्यूशन फैलाने का काम कर रही हैं। जांच के दौरान रामा श्यामा पेपर मिल के यहां पाइप लाइन टूटा हुआ पाया गया। इससे इंडस्ट्री से निकलने वाला गंदा पानी पूरे एरिया में फैल रहा है। वहीं रोड बनाने वाली कंपनी जल आकाश इंडस्ट्री आवश्यकता से अधिक पॉल्यूशन फैला रही है। केसर शुगर मिल में कंवेयर बेल्ट कवर्ड नहीं है। कंवेयर बेल्ट खोई को ब्यॉलर तक ले जाने का काम करता। बोर्ड ने कंवेयर बेल्ट को कवर करने के निर्देश मिल को दिए हैं। जबकि तीनों ईट उद्योगों को चिमनी और ग्रेवटी सेटलिंग चेम्बर को सही करने को कहा गया है।

ब्0 से अधिक इंडस्ट्रीज

बरेली रीजन में ब्0 से अधिक छोटे और बड़े उद्योग वर्क कर रहे हैं। शुगर, पेपर, पॉवर, फर्टिलाइजर सहित मेजर पॉल्यूटिंग इंडस्ट्रीज की संख्या ख्भ् है। जबकि बरेली रीजन में क्भ् शुगर मिल हैं। इनमें म् सरकारी और 9 प्राइवेट मिल्स शामिल हैं।

मानक को पूरा नहीं करने वाले उद्योगों को शोकॉज नोटिस जारी किए गए हैं। बोर्ड द्वारा प्रॉपर जांच की जाती है। उद्योगों के खिलाफ कंप्लेंट्स भी मिलती रहती हैं। इंडस्ट्रीज की यह जिम्मेदारी बनती है कि वे बोर्ड के मानक को पूरा कर अपना काम करें।

-आरके त्यागी, रीजनल ऑफिसर, पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड