- जालसाजी की पोल खुली तो दुकानों का शटर गिरा गायब हुए संचालक

BAREILLY:

वाहनों को पॉल्यूशन सर्टिफिकेट जारी करने में प्रदूषण जांच केंद्र बड़ी हेराफेरी कर रहे हैं। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने इसका खुलासा किया तो प्रदूषण की जांच करने वाले संचालकों में हड़कंप मच गया है। हालात यह है कि सिस्टम को सुधारने की बजाय संचालक शटर बंद कर गायब हो गए हैं। संडे को अन्य प्रदूषण जांच केंद्रों की स्टिंग करने के दौरान यह बात सामने आयी। ऐसे में, पब्लिक के सामने दिक्कत है कि वह पॉल्यूशन की जांच कहां कराएं। क्योंकि शहर में चार सेंटर हैं, जिनमें दो की कारगुजारी उजागर हो चुकी है और दो बंद हैं।

अक्सर बंद रहता है सेंटर

शहर में चल रहे चार पॉल्यूशन टेस्टिंग सेंटर्स में से दो सेंटर्स संडे को बंद मिले। सबसे पहले हम दोपहर 1 बजे के करीब गांधी उद्यान स्थित पुराना आरटीओ के पास चल रहे स्टार ऑटोमोबाइल सेंटर पर पहुंचे, जो कि बंद था। आसपास के लोगों से पूछने पर पता चला कि सेंटर अक्सर बंद रहता है। कुछ ऐसा ही हाल अयूब खां पर चल रहे भीम मोटर्स सेंटर पर भी बंद मिला। सेंटर के पास खड़े व्यक्ति का कहना था कि आपका कौन सा वाहन है पेट्रोल या डीजल चलित। व्यक्ति ने कहा डीजल से चलने वाले वाहन की वैसे भी यहां जांच नहीं होती है। संडे को सेंटर्स बंद भी होते हैं, तो यह कही नहीं लिखा मिला कि पॉल्यूशन की जांच सेंटर पर संडे को नहीं होती है। संडे को ऑफिस बंद होता है।

खुले मिले लेकिन चलती है मनमर्जी

वहीं भारत और जेबी मोटर्स सेंटर खुले मिले, लेकिन यहां पर संचालकों की अपनी ही मनमर्जी चलती है। मन किया तो मशीन लगाकर वाहन का पॉल्यूशन जांच किया, नहीं तो वाहन की फोटो क्लिक पर पॉल्यूशन सर्टिफिकेट जारी कर देता है। इतना ही नहीं जांच में वाहन से निकलने वाला पॉल्यूशन का लेवल भले ही कुछ निकले, लेकिन इनके लिए कुछ मायने नहीं रखता है। स्टैंड मानक से अधिक पॉल्यूशन होने पर भी सेंटर पैसे लेकर सर्टिफिकेट जारी कर देते हैं। यदि अदर सिटीज में कही वाहन की जांच हो जाए तो जुर्माना या पेनॉल्टी लगना तय है।

वाहन ओनर्स को लौटना पड़ा खाली हाथ

शहर में चल रहे सेंटर्स के अक्सर बंद रहने की वजह से वाहन ओनर्स को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। क्योंकि, जिले में चल रहे 21 सेंटर्स में से अधिकतर पॉल्यूशन टेस्टिंग सेंटर्स पीलीभीत, नैनीताल हाइवे पर चल रहे हैं। ऐसे में, शहर के बाहर सिर्फ पॉल्यूशन की जांच कराने जाना लोग मुनासिब नहीं समझते हैं। संडे को बंद रहे स्टार और भीम सेंटर पर दर्जनों लोग वाहन लेकर पॉल्यूशन की जांच कराने पहुंचे हुए थे, लेकिन वाहन के पॉल्यूशन की जांच नहीं हो सकी। लिहाजा उन्हें खाली हाथ घर लौटना पड़ा।

स्टार के पास पॉल्यूशन की जांच कराने गये थे, लेकिन सेंटर बंद मिला। जिस वजह से पॉल्यूशन सर्टिफिकेट नहीं बन सका। हाइवे पर सेंटर है, लेकिन वह बहुत दूर हैं।

चंद्रपाल

अयूब खां पर चले रहे भीम मोटर्स सेंटर बंद होने से वाहन की पॉल्यूशन जांच नहीं हो सकी। लोगों का कहना था कि यहां पर सिर्फ पेट्रोल वाहनों की ही जांच होती है, लेकिन अक्सर बंद ही रहता है।

ओमप्रकाश पांडेय