- प्रदेश के 12 प्रदूषित शहरों में शामिल है मेरठ
-प्रदूषण को नियंत्रण के लिए सरकार कर रही काम
-पॉल्यूटेड इंडस्ट्रियल एरिया में शामिल शहरों में कन्सल्टेंट की हो रही नियुक्ति
आई एक्सक्लूसिव
अखिल कुमार
मेरठ: प्रदेश के हाइली पॉल्यूटेड 12 शहरों में शामिल मेरठ में अब 3 और प्रदूषण मापन केंद्र खोले जाएंगे। उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीपीसीबी) ने शहर के 8 ऐसे स्थानों को चिह्नित किया है जहां पर केंद्र की स्थापना हो सकती है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) इन स्थानों का भौतिक परीक्षण कर इनमें से 3 स्थानों पर प्रदूषण नियंत्रण केंद्र की स्थापना की मंजूरी देगा।
12 शहरों में शामिल मेरठ
उप्र के 12 पॉल्यूटेड इंडस्ट्रियल एरिया घोषित शहरों में मेरठ भी शामिल है। मेरठ के अलावा गाजियाबाद, सिंगरौली, नोएडा, कानपुर, आगरा, बनारस-मिर्जापुर, मुरादाबाद, अलीगढ़, फिरोजाबाद, मथुरा, बुलंदशहर-खुर्जा शहरों को यूपीपीसीबी द्वारा पॉल्यूटेड इंडस्ट्रियल एरिया घोषित किया गया है। बोर्ड की योजना इन शहरों में हवा, पानी में हो रहे बदलाव की मॉनीटरिंग, सैंपलिंग और जांच करने की है।
तीन केंद्रों की होगी स्थापना
उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी आरपी त्यागी ने बताया कि प्रथम चरण में मेरठ में 3 प्रदूषण मापन केंद्रों की स्थापना की जा रही है। फिलहाल मेरठ में बेगमपुल और केसरगंज स्थित केंद्रों पर प्रदूषण मापन केंद्र हैं जो न सिर्फ नाकाफी हैं बल्कि दोनों केंद्रों के बीच की दूरी भी महज 3 किमी है। ऐसे में शासन के निर्देश पर शहर के 3 औद्योगिक क्षेत्र, हाइली पॉल्यूटेड एरिया में प्रदूषण मापन केंद्रों की स्थापना की जाएगी। बोर्ड की ओर से करीब 8 स्थानों का प्रस्ताव बनाकर सीपीसीबी को भेज दिया गया है। सीपीसीबी भौतिक परीक्षण कर इनमें से 3 स्थानों का चयन करेगा। क्षेत्रीय अधिकारी ने बताया कि हवा और पानी में प्रदूषण के मापन, सैंपलिंग और एनालाइसेस के लिए एजेंसी का चयन भी स्कीम के तहत किया जाएगा।
मेरठ का पॉल्यूशन लेवल
एयर पॉल्यूशन डाटा (डब्ल्यूएचओ)
पीएम 10 129
पीएम 2.5 69
पीएम 10 पॉल्यूशन लेवलल: हाई
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एयर पॉल्यूशन - हाई 76.14
ड्रिंकिंग वाटर पॉल्यूशन- हाई 67.65
न्वाइज एंड लाइट पॉल्यूशन- हाई 63.24
वाटर पॉल्यूशन- वेरी हाई 92.19
लॉस्ट अपडेट- जून 2017
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स्टेट गर्वमेंट की स्कीम के तहत मेरठ में तीन और नए प्रदूषण मापन केंद्रों की स्थापना की जा रही है। इसके अलावा एक एजेंसी का चयन किया जाएगा जो वायु प्रदूषण के साथ-साथ सरफेस वाटर और ग्राउंड वाटर में प्रदूषण का परीक्षण करेगी।
आरपी त्यागी, क्षेत्रीय अधिकारी, उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, मेरठ