- बारिश के बावजूद रात भर हुई आतिशबाजी

- मेन रोड में सबसे अधिक रहा है पॉल्यूशन

- बरियातू में सबसे कम रहा प्रदूषण का स्तर

RANCHI (20 Oct) : राजधानी में दीपावली के दिन लोगों ने जमकर आतिशबाजी का मजा लिया, लेकिन हवा में सल्फर डाइआक्साइड की मात्रा कई गुना बढ़ गई। पिछले साल दीवाली में सल्फर डाइआक्साइड की मात्रा अधिकतम अल्बर्ट एक्का चौक पर 80.ख्भ् और न्यूनतम म्8.0 माइक्रो ग्राम पर क्यूबिक मीटर रही थी। जबकि, इस दीपावली हवा में सल्फर डाइआक्साइड की अधिकतम मात्रा अल्बर्ट एक्का चौक पर 8फ्.7भ् और न्यूनतम मात्रा म्7.9 रही। वहीं मेन रोड इलाका सबसे अधिक प्रदूषित रहा और बरियातू में प्रदूषण का स्तर कम मापा गया।

आवाज वाले पटाखों ने बढ़ाई परेशानी

झारखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार दीपावली पर प्रदूषण के न्यूनतम स्तर में बढ़त और अधिकतम स्तर में गिरावट दर्ज की गई। स्पेशलिस्ट आरएन कशयप ने बताया कि तेज आवाज वाले पटाखे छोड़ने से हवा में सल्फर डाइआक्साइड की मात्रा में बढ़ोत्तरी हुई है। बिना आवाज वाले पटाखों की मांग कम होने से बाकी खतरनाक अवयव की मात्रा में कमी आई है। औसत दिनों की तुलना में सभी खतरनाक अवयव में बढ़ोत्तरी चिंता का विषय है।

छह जगहों पर मापा गया प्रदूषण

झारखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वैज्ञानिक ने बताया कि दीपावली के दिन रांची के छह जगहों पर प्रदूषन की जांच की जिसमें अल्बर्ट एक्का चौक, बरियातू, रातू रोड, लालपुर, अशोक नगर, डोरंडा इलाके शामिल हैं। वैज्ञानिकों ने बताया कि कार्बन मोनो आक्साइड की न्यूनतम मात्रा बरियातू में, जबकि अधिकतम मात्रा अल्बर्ट एक्का चौक पर मापी गई।

कैसे मापते हैं प्रदूषण

प्रदूषण की माप हवा में मौजूद महीन कणों व कार्बन, सल्फर जैसे तत्वों से की जाती है। पिछले एक हफ्ते से वैज्ञानिक हवा में मौजूद पार्टिकुलेट मैटर (महीन कण) की हवा में मौजूदगी की जांच कर रहे थे।

हवा में महीन कण कितना

हवा में महीन कण की अधिकतम मात्रा म्0 माइक्रो ग्राम होनी चाहिए। इस तरह से हवा में महीन कणों की संख्या औसत से कहीं अधिक मापी गई।

वाहनों से बढ़ रहे हैं महीन कण

वैज्ञानिकों का कहना है कि हवा में मौजूद महीन कणों की बढ़ती संख्या का कारण सड़कों पर फर्राटा दौड़ रहे वाहन हैं। इनके चलने से उड़ती धूल के अलावा बिल्डिंग निर्माण, औद्योगिक इलाकों से निकाल रहे प्रदूषण की वजह से महीन कणों की संख्या बढ़ी।

मेन रोड में रात 7 से 8 बजे

न्यूनतम 79.0

अधिकतम 8भ्.फ्

एवरेज 8फ्.ख्7भ्

रात के क्ख् बजे

न्यूनतम 7म्.9

अधिकतम 70.ब्

एवरेज म्9.क्ख्भ्

डोरंडा में रात के 8 से 9बजे

न्यूनतम म्7.फ्

अधिकतम म्9.ख्

एवरेज म्8.म्

बरियातू में रात के 8 से 9 बजे

न्यूनतम भ्भ्.भ्

अधिकतम भ्8.0

एवरेज भ्म्.8ख्

अशोकनगर में रात के 8 से 9 बजे

न्यूनतम भ्भ्.9

अधिकतम म्9.म्

एवरेज म्8.क्ख्

रातू रोड में रात के 8 से 9 बजे

न्यूनतम 79.9

अधिकतम 8क्.क्

एवरेज 80.ब्7भ्

लालपुर में रात के 8 से 9 बजे

न्यूनतम 80.क्

अधिकतम 8फ्.क्

एवरेज 8क्.9ख्भ्

वर्जन

रांची में इस बार दीपावली पर ध्वनि प्रदूषण की मात्रा अधिक रही। जो पिछले साल कम थी। आवाज वाले पटाखों से ज्यादा प्रदूषण होता है। यही चिंता का विषय है।

आर एन कशयप, स्पेशलिस्ट, झारखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड