- एनजीटी ने नए सिरे से पॉल्यूशन की जांच करने के पीसीबी को दिये निर्देश

<- एनजीटी ने नए सिरे से पॉल्यूशन की जांच करने के पीसीबी को दिये निर्देश

BAREILLY:

BAREILLY:

बरेली में पॉल्यूशन बढ़ने का हौव्वा बनाने वाले बीसीबी बॉटनी डिपार्टमेंट की ओर से तैयार की गई पॉल्यूशन की रिपोर्ट जांच के घेरे में आ गई है। एनजीटी ने क्षेत्रीय पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड बरेली को पॉल्यूशन के आंकड़ों की नये सिरे से जांच करने के निर्देश दिये हैं। ताकि, बीसीबी की ओर से जो रिपोर्ट तैयार की गई है उसकी सच्चाई सामने आ सके। एनजीटी से मिले निर्देश के बाद अधिकारियों ने पॉल्यूशन को नये सिरे से जांचने के लिए मशीन मंगा ली है।

बीसीबी ही तैयार करता है रिपोर्ट

पीसीबी ने शहर में पॉल्यूशन जांच की जिम्मेदारी वर्षो से बीसीबी बॉटनी डिपार्टमेंट को ही सौंप रखी है। विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर दिनेश कुमार सक्सेना और शोध करने वाले स्टूडेंट्स एयर पॉल्यूशन की रिपोर्ट तैयार करते हैं। पॉल्यूशन की जांच के लिए प्रभा टॉकिज और आईवीआरई के पास मशीन लगी हुई है। जहां से पॉल्यूशन का परसेंटेज रिकॉर्ड किया जाता है। फिर यही रिपोर्ट सीपीसीबी को भेजी जाती है।

बरेली को नम्बर फ् पर कर दिया गया था घोषित

फ् वर्षो की रिपोर्ट को आधार मानते हुए सीपीसीबी ने सबसे अधिक पॉल्यूशन फैलाने में बरेली को नम्बर तीन पर रख दिया। पहले नम्बर पर गाजियाबाद और दूसरे नंबर पर इलाहाबाद का नाम घोषित कर दिया। रिपोर्ट को सही मानते हुए बोर्ड का यह कहना था कि बरेली में पिछले फ् वर्षो में पार्टिकुलेट मैटर-क्0 तेजी से बढ़ा हैं। जो कि हृयूमन बॉडी के लिए बेहद खतरनाक है। बोर्ड ने बढ़ते पीएम-क्0 ने निपटने के लिए ब्ख् सूत्रीय एक्शन प्लॉन भी तैयार किया है।

दोबारा से हो पॉल्यूशन की जांच

एनजीटी को लगता है कि यह रिपोर्ट गलत है। जिसको देखते हुए उसने क्षेत्रीय पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड को शहर का पॉल्यूशन दोबारा जांचने के निर्देश दिये हैं। क्षेत्रीय अधिकारियों ने एयर पॉल्यूशन जांचने के लिए मशीने मंगा ली है। ताकि पॉल्यूशन की जांच कर एक्चुअल रिपोर्ट तैयार की जा सके। सूत्रों की मानें तो बीसीबी बॉटनी डिपार्टमेंट की ओर से जो रिपोर्ट तैयार की जा रही थी वह ग्रांट के लिए की जा रही थी। क्योंकि, पॉल्यूशन जांच के लिए हर वर्ष करीब 7 लाख रुपए की ग्रांट जारी होती है।

बीसीबी बॉटनी डिपार्टमेंट की ओर से पॉल्यूशन की बनाई जा रही रिपोर्ट सही है या गलत इसकी जांच के निर्देश एनजीटी ने दिये हैं। पॉल्यूशन की नये सिरे से जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।

एके चौधरी, क्षेत्रीय पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड अधिकारी