- पॉलीटेक्निक जांच कमेटी अपनी रिपोर्ट मंगलवार को देगी

- सिविल ब्रांच के एक स्टूडेंट से हिमांशु का विवाद हुआ था

KANPUR:

गवर्नमेंट पॉलीटेक्निक में रैगिंग से परेशान होकर सुसाइड करने वाले हिमांशु विश्वकर्मा प्रकरण में जांच की गाज जूनियर स्टूडेंट्स पर ही गिरेगी। सोर्सेज के मुताबिक कमेटी की अभी तक की जांच में फ‌र्स्ट इयर आईटी व मैकेनिकल के दो स्टूडेंट्स की इस मामले में भूमिका सामने आई है। जिनका फंसना तय है। इसके अलावा सिविल ब्रांच के एक स्टूडेंट से हिमांशु की तकरार हुई थी, जिसमें उस स्टूडेंट ने हिमांशु विश्वकर्मा को देख लेने की धमकी दी थी। इस तथ्य को भी जांच कमेटी ने बहुत गंभीरता से लिया है। जंबो जांच कमेटी अपनी रिपोर्ट मंगलवार को प्रिंसिपल को सौंप देगी।

परेशान स्टूडेंट ने किया था सुसाइड

घाटमपुर के रहने वाले हिमांशु विश्वकर्मा ने पॉलीटेक्निक में सीनियर्स के मारपीट व अत्याचार से परेशान होकर सुसाइड कर लिया था। लेकिन जांच कमेटी के सोर्सेज से मिली जानकारी के अनुसार यह अजीबो गरीब रैगिंग का मामला सामने आया है, जहां पर सीनियर्स की जगह जूनियर स्टूडेंट्स ही पूरी तरह से फंस रहे हैं। हिमांशु विश्वकर्मा के रूम मेट नीरज चौहान ने जो बयान दर्ज कराया है, उसमें एक इनफर्मेशन टेक्नोलॉजी फ‌र्स्ट इयर के स्टूडेंट का नाम सामने आया है।

हो गया था विवाद

सिविल ब्रांच के एक स्टूडेंट का मैकेनिकल के हिमांशु विश्वकर्मा से विवाद हो गया था। इस मामले में सिविल के छात्र ने हिमांशु को धमकी भरे अंदाज में देख लेने की धमकी दी थी। इस छात्र से जांच कमेटी ने कई बार पूछताछ की है। कमेटी को ऐसे प्रमाण मिल गए हैं, जिससे कि इस स्टूडेंट का फंसना तय है।

अंतिम चरण में है रिपोर्ट

मैकेनिकल ब्रांच के एक ग्रुप का स्टूडेंट जो इस पूरे मामले में अहम रोल निभा रहा था, वह भी कमेटी की जांच में फंस गया है। अब जांच कमेटी अपनी रिपोर्ट को अंतिम रूप देने में जुट गई है। भले ही इस रैगिंग के मामले में जूनियर्स के नाम सामने आ रहे हैं, लेकिन सख्ती को देखते हुए कैंपस में सीनियर कम ही आ रहे हैं। जो सीनियर क्लास में आ रहे हैं, उनकी बातचीत में भी बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है।

वर्जन

जांच कमेटी अपनी रिपोर्ट को अंतिम रूप दे रही है। मंगलवार को कमेटी अपनी रिपोर्ट मुझे सबमिट कर देगी। इसके बाद कार्रवाई की जाएगी। जिन छात्रों के नाम जांच कमेटी की रिपोर्ट में मिलेंगे उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। इसके बाद पुलिस अपना काम करेगी। अहम बात यह है कि इस घटना में जूनियर स्टूडेंट्स की संलिप्तता की बात सामने आ रही है, वह अपने आप में चौंकाने वाली है।

-एफआर खान, प्रिंसिपल पॉलीटेक्निक