- हर दिन हर घर में आता है पांच से दस पॉलिथिन बैग

- कैंसर व शरीर में हार्मोन की समस्या को बढ़ा रहा प्लास्टिक

- प्लास्टिक के बोतल व वाटर बोतल को दोबारा यूज करने से बचे

PATNA : पटनाइट्स की लापरवाही का ही नतीजा है कि शहर में पॉल्यूशन लगातार बढ़ता जा रहा है। स्थिति ऐसी हो गई है कि हम बाजार से जो कुछ भी लाते हैं बिना प्लास्टिक के घर वापस आते ही नहीं। ऐसे में हर रोज 9-क्0 पॉलिथिन हमारे घरों में इकट्ठा हो जाता है। फिर इसका यूज हम घर के कचरे को उठाने और सड़क पर यूं ही फेंक देने के लिए करते है। यही कारण है कि शहर में आज हर जगह गंदगी के ढेर और प्लास्टिक के बैग नजर आते हैं। जैसे-तैसे पॉलिथिन बैग फेंकने से न केवल जमीन बंजर होती है बल्कि ये हमारे शहर का पर्यावरण और हमारा स्वास्थ्य भी बिगाड़ रहा है। पर्यावरण विद फादर रोबर्ट का कहना है कि जहां-तहां पॉलिथिन फेंकने से जमीन पर बुरा प्रभाव तो पड़ता ही है ये हमारे शरीर के हार्मोन पर भी अपना प्रभाव डालता है। इस संबंध में डॉ। मंजू गीता मिश्रा ने बताया कि महिला व पुरुष दोनों के हार्मोन को प्रभावित करता है।

दोबारा यूज न करें वाटर बोतल

मिनरल वाटर, कोल्डड्रिंक्स और अन्य पेय पदार्थो की बोतलों पर लिखा होता है कि यूज करने के बाद इसका इस्तेमाल न करें, फिर भी हम ऐसे बोतल का यूज लगातार महीने दो महीने या यू कहें कि जबतक वो पीला न दिखे तबतक करते रहते हैं। लोगों को इस बात का अंदाजा भी नहीं होता कि आसानी से उपलब्ध इन बोतलों का बार-बार यूज करना कितना खतरनाक हो सकता है। पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की माने तो ऐसी बोतलों के एक हफ्ते से दस दिन तक लगातार यूज करने से कैंसर का खतरा कई गुणा बढ़ जाता है। अक्सर स्कूल जाने वाले बच्चे भी काफी पुराने वाटर बोतल का इस्तेमाल करते हैं जो काफी खतरनाक है। इतना ही नहीं प्लास्टिक का बर्तन, ग्लास, कंटेनर भी पटनाइट्स की सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है इसलिए इसका यूज संभलकर करना चाहिए।

बॉक्स आइटम

घर के कोने-कोने में पॉलिथिन

घर में पीने का पानी और जूस सभी प्लास्टिक के बॉटल्स में रखे जाते है। फ्रिज में सब्जियों और फलों को पॉलिथिन के अंदर ही सहेज कर रख दिया जाता है। घरों में आटा, दाल, चावल और अन्य फूड आइटम्स प्लास्टिक के जार में ही रखा जाता है। प्लास्टिक का इतना यूज ठीक नहीं है। पर्यावरण एक्सपर्ट की माने तो पॉलिथिन से लोगों को सुविधा तो मिलती है। लेकिन यह पूरी तरह से लाइफ के लिए हार्मफूल है।

खुद को अवेयर करें, पॉलिथिन से बचे

- अधिक से अधिक प्लास्टिक के सामान का यूज न करें

- लोगों को पॉलिथिन का यूज ना करने के लिए प्रोत्साहित करें

- किसी भी तरह के पीने के सामान में प्लास्टिक की बोतल का यूज न करें

- सामान की खरीदारी में जूट या कपड़े के बैग का अधिक से अधिक इस्तेमाल करें।

- प्लास्टिक में पैक प्रोडक्ट का कम से कम यूज करें