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छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: पॉलीथिन की बिक्री, इस्तेमाल और स्टोर करने पर लगे प्रतिबंध के बाद लौहनगरी में धड़ल्ले से इसका इस्तेमाल जारी है। सोमवार को जब आई नेक्स्ट की टीम ने इसकी पड़ताल की, तो सच्चाई से पाला पड़ा। आई नेक्स्ट की टीम मानगो सब्जी मंडी, साकची समेत अन्य सब्जी मार्केट का जायजा लिया तो पाया कि लोग पॉलीथिन में सब्जियां खरीद रहे हैं। वहीं, कई लोग कार्रवाई के डर से पाछिपाने की कोशिस करते रहे। पॉलीथिन की बिक्री से छोटे दुकानदार खुश है वहीं, ग्राहकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

12 टास्क फोर्स टीम गठित

जमशेदपुर नोटिफाइड एरिया कमिटी (जेएनएसी) के एक अधिकारी ने बताया कि शहर में चेकिंग अभियान चलाने के लिए 12 टीमों का गठन किया है। प्रत्येक टीम में पांच लोग हैं, जो शहर के अलग-अलग मार्केट का निरीक्षण करेंगे। दोषी पाए जाने पर किसी भी दुकानदार को नहीं बख्शा जाएगा।

दुकानदारों की हुई चांदी

पॉलीथिन पर रोक लगने से जहां ग्राहक परेशान हैं, वहीं दुकानदार खुश नजर आ रहे हैं। मानगो स्थित एक सब्जी विक्रेता ने बताया कि दिनभर में दो से तीन सौ रुपए की पॉलीथिन की खपत हो जाती थी, अब दुकानदारों को अब बचत होगी। धीरे-धीरे लोग झोला लेकर चलेंगे।

पहले भी चला है अभियान

यह कोई पहली बार नहीं हुआ है जब शहर में प्लास्टिक पर बैन लगाया गया हो, इससे पहले भी शहर में पालीथिन में बैन लगाया गया था। लेकिन लोग धीरे-धीेर पॉलीथिन का प्रयोग करने लगे। वहीं सरकार के अभियान ने भी दम तोड़ दिया। एक बार फिर से सरकार की मुहिम रंग लाती दिख रही है, लेकिन यह कितनी सफल हो पाएगी अभी कहा नहीं जा सकता है।

कागज के थैले का करें प्रयोग

पॉलीथिन की बिक्री में रोक के बाद एक बार लोगों लोग कागज के थैले का प्रयोग करने को मजबूर हो गए हैं। बता दें कि दुकानदार अभी स्टॉक में बची पॉलीथिन का इस्तेमाल कर रहे हैं, वहीं विभाग स्टॉक पॉलीथिन नष्ट्र कराने का दावा कर रहा है। प्रशासन भी लोगों से कागज और कपड़े के थैलों के प्रयोग पर जोर दे रहा है।

पॉलीथिन बंद होने से सब्जी, चटनी, सांभर, रायता आदि की पैकिंग में दिक्कत आ रही है। लोग लंबे समय से पॉलीथिन का इस्तेमाल कर रहे थे, इसके लिए सरकार को पहले कोई व्यवस्था करके पॉलीथिन को बैन करना चाहिए था।

-दिलीप, होटल कारोबारी, मानगो

पॉलीथिन बंद होने से जो लोग दूर चाय लेकर जाते थे वह बिक्री प्रभावित हुई है। वहीं कई दुकानदार अपने बर्तन में चाय ले जा रहे हैं। मुझे लगता है कि पैकिंग में पॉलीथिन के इस्तेमाल में छूट देनी चाहिए।

उपेंद्र परमार, चाय दुकानदार

पॉलीथिन का इस्तेमाल बंद होने से शहर में जमा कचरा कम होगा। पॉलीथिन से शहर की नालियां जाम होती है जिससे गंदगी होती है। सरकार इस अभियान को सख्ती से लागू करें। इसका पालन नहीं करनेवाले लोगों पर जुर्माना किया जाए, तभी यह अभियान सफल हो सकेगा।

-राजेश, बिष्टुपुर

लोगों को पॉलीथिन के दुष्परिणामों के विषय में जानकारी होनी चाहिए। इसके लिए सरकार को और लोगों को खुद से जागरूक होना चाहिए। मेरा मानना है कि अगर हम कोई बात दिल से स्वीकार कर लेते हैं, तो हम उसे जल्द छोड़ पाते हैं।

दिलीप सिंह, डिमना चौक