यूपी बोर्ड परीक्षा में कड़ाई की सख्ती का आलम यह है कि परीक्षार्थी आंसर के बजाय क्वेश्चन ही कॉपी में उतार रहे हैं। केंद्राध्यक्षों की मानें तो यदि यही स्थिति रही तो इस साल रिजल्ट का ग्राफ भी कम होगा। नकल पर नकेल लगाने में सीसीटीवी कैमरा कारगर साबित हो रहा है। केंद्राध्यक्ष अपने कक्षों में बैठकर ही विभिन्न कमरों में हो रही परीक्षा पर एक साथ कड़ी नजर रखे हुए हैं। कुछ केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरा इतना प्रभावशाली लगाए गए हैं कि जूम करते ही परीक्षार्थी कॉपी में क्या लिख रहा है। यह भी मॉनीटर पर साफ दिखाई दे रहा है। भारतीय शिक्षा मंदिर इंटर कॉलेज (इंग्लिशिलाइन) केंद्राध्यक्ष डॉ। चारूचंद्र राम त्रिपाठी ने बताया कि सीसीटीवी कैमरे की निगरानी से यह साफ दिख रहा है कि कई परीक्षार्थी सिर्फ सवाल ही उतार दे रहे हैं। प्रथम पाली में हाईस्कूल में अंग्रेजी की परीक्षा थी। इस दौरान कक्षा संख्या पांच में तीन परीक्षार्थी कॉपी में सिर्फ सवाल ही उतार रहे थे। इसी प्रकार द्वितीय पाली में इंटरमीडिएट की गणित की परीक्षा में कई परीक्षार्थियों का यहीं हाल रहा। द्वितीय पाली में कक्ष संख्या दो में एक परीक्षार्थी केवल सवालों को ही बार-बार उतार रहा था। संबंधित परीक्षार्थियों की गतिविधियां सीसीटीवी कैमरे में साफ दिख रही थी।

 

डीआईओएस हैं एक्टिव

वहीं इस साल परीक्षा केंद्रों पर पुलिस समय से पहुंच रही है। कुछ केंद्रों पर तीन से चार पुलिसकर्मी भी ड्यूटी करते देखे जा रहे हैं। जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेट भी लास्ट ईयर की तुलना में इस वर्ष अधिक सक्रिय हैं। दूसरी ओर नकल रोकने को लेकर डीआईओएस डॉ। ओपी राय स्वयं भी सक्रिय हैं।