-मुट्ठीभर प्रतियोगियों पर भारी पड़ा पुलिस बल का हुजूम

-नहीं जुट सके छात्र, वायरलेस पर गूंजा निरस्त हो गई परीक्षा

-डायमंड जुबिली छात्रावास के बाहर सिटी बस में तोड़फोड़

<-मुट्ठीभर प्रतियोगियों पर भारी पड़ा पुलिस बल का हुजूम

-नहीं जुट सके छात्र, वायरलेस पर गूंजा निरस्त हो गई परीक्षा

-डायमंड जुबिली छात्रावास के बाहर सिटी बस में तोड़फोड़

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन की पीसीएस प्री परीक्षा का पर्चा आउट होने के बाद दूसरे दिन मंडे को भी प्रतियोगियों का आक्रोश थम नहीं सका। जगह-जगह भारी पुलिस बल की मौजूदगी के बाद भी प्रतियोगियों ने अपनी पूरी शक्ति के साथ विरोध दर्ज करवाने की कोशिश की। इससे पुलिस बल के भी हाथ पांव फूले नजर आए।

बड़ी संख्या में प्रदर्शन की थी योजना

गौरतलब है कि संडे को पीसीएस प्री एग्जाम का पर्चा व्हाट्सअप पर लीक होने से परीक्षार्थियों में गहरा आक्रोश था। इसको लेकर परीक्षार्थियों ने इलाहाबाद, लखनऊ समेत कई जनपदों में प्रदर्शन किया था। छात्रों ने योजना बनाई थी कि वे इसके खिलाफ मंडे को बड़ी संख्या में आयोग कार्यालय के बाहर एकत्रित होकर प्रदर्शन करेंगे। इससे प्रशासनिक तंत्र भी एलर्ट रहा।

पुलिस बल को थी हिदायत

सुबह से ही बवाल की आशंका के मद्देनजर लोक सेवा आयोग, हिन्दू हास्टल, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी छात्रसंघ भवन पर भारी संख्या में पुलिस और पीएसी को तैनात कर दिया गया था। खुद पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी मातहतों से पल-पल की खबर लेते रहे। मातहतों को सख्त हिदायद दी गई थी कि किसी भी हाल में कहीं पर भी कोई बवाल नहीं होना चाहिए।

मानने को तैयार नहीं थे छात्र

बावजूद इसके डायमंड जुबिली छात्रावास के बाहर छात्र विरोध प्रदर्शन करने में सफल रहे। इस दौरान छात्रों ने रोडवेज की सिटी बस को रोककर उसमें तोड़फोड़ की। इस बीच भारी संख्या में मौके पर पहुंचे पुलिस बल ने छात्रों को लाठी पटककर मौके पर से खदेड़ दिया। इसपर भी छात्र मानने को तैयार नहीं थे तो पुलिस बल के साथ मौजूद एक सीओ ने वायरलेस पर परीक्षा निरस्त किए जाने की प्रसारित हो रही सूचना को माइक के जरिए छात्रों को सुनाया। फिर भी छात्र मानने को तैयार नहीं थे कि परीक्षा को निरस्त कर दिया गया है। बस में तोड़फोड़ मामले में बस कंडक्टर अनिल ने करीब डेढ़ सौ अज्ञात छात्रों के खिलाफ कर्नलगंज थाने में एफआईआर दर्ज करवाया है।

निशाने पर रहे सीएम

उधर, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी छात्रसंघ भवन और यूपीपीएससी कार्यालय के बाहर भी प्रतियोगियों ने प्रदर्शन किया। छात्रसंघ भवन पर छात्रों ने आयोग अध्यक्ष अनिल यादव और प्रदेश सरकार का पुतला भी फूंका। इसके अलावा प्रदेश सरकार की शवयात्रा भी निकाली गई। छात्रों का गुस्सा सीएम अखिलेश यादव के कार्यकाल में एक के बाद एक परीक्षाओं में हो रही गड़बड़ी को लेकर भी निकला। इसमें कई छात्र संगठन शामिल रहे। सभी जगहों पर हुए प्रदर्शन में छात्रों की एक ही मांग थी कि अनिल यादव को हटाया जाए और आयोग की विभिन्न परीक्षाओं की सीबीआई जांच करवाई जाए।

नीली जर्सी ने की घेराबंदी

देर शाम तक कहीं से कोई बड़े बवाल की खबर नहीं आई थी। इसकी वजह पुलिस बल का एक्टिव होना रहा। भारी पुलिस बल के जमावड़े के चलते छात्रों का जत्था कहीं पर भी बड़ी संख्या में एकत्रित नहीं हो सका। इसका एग्जाम्पल उस समय देखने को मिला जब आयोग कार्यालय के बाहर जमा हुए मुट्ठीभर छात्रों की जानकारी मिलते ही तुरंत मौके पर रैपिड एक्शन फोर्स की टुकड़ी पहुंच गई और उसने चारो तरफ से छात्रों की घेराबंदी कर ली। यहां छात्रों से ज्यादा फोर्स और मीडियाकर्मियों की जमघट देखने को मिली।