-विवेचक ने दोनों के नाम केस में किए शामिल, होगी गिरफ्तारी

-पुष्टाहार घोटाले के मामले में आरोपी पवन मिश्रा भी गिरफ्तार

BAREILLY: हेड पोस्ट ऑफिस में करोड़ों के घोटाले में शामिल डिप्टी पोस्ट मास्टर वाईके शर्मा उर्फ युधिष्ठिर शर्मा की पत्‍‌नी संगीता और बेटे आकाश को भी पुलिस ने आरोपी बनाया है। दोनों ही घपले में शामिल थे। केस के आईओ ने संडे को दोनों के नाम विवेचना में खोल दिए हैं। जल्द ही उनकी गिरफ्तारी भी हो सकती है। वहीं पुष्टाहार घोटाले के आरोपी पवन मिश्रा को भी सुभाषनगर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसके खिलाफ पहले से ही वारंट जारी थे।

जीरो बैलेंस के चेक से घोटाला

बता दें कि 22 फरवरी को हेड पोस्ट ऑफिस में जीरो बैलेंस के चेक के जरिए करोड़ों रुपए का घोटाला हुआ था। एक शख्स ने खजांची के घोटाले की शिकायत प्रधानमंत्री से की थी, जिसके बाद जांच में घपला पाया गया था। मामले में कोतवाली में एफआईआर दर्ज की गई थी और पुलिस ने वाईके शर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इस मामले में वाईके शर्मा समेत 6 आरोपियों को सस्पेंड किया गया था। गिरफ्तारी के दौरान वाईके शर्मा ने पोस्ट ऑफिस के कई अन्य कर्मचारियों और अधिकारियों पर भी मिलीभगत का आरोप लगाया था।

पत्‍‌नी व बेटे के अकाउंट सीज

जब विवेचक ने मामले की जांच शुरू की तो पता चला था कि उसने अपनी पत्‍‌नी और बेटे के अकाउंट में जीरो बैलेंस के बहाने चेक लगाकर रुपए जमा किए थे। इसके अलावा उसने कई अन्य रिश्तेदारों के भी अकाउंट में रुपए जमा किए थे। जिसके बाद इन सभी खातों को सीज कराया गया था। यहां तक कि वाईके शर्मा और उसके परिवार के सभी सदस्यों की प्रापर्टी की बिक्री व ट्रांसफर पर रोक लगा दी गई थी। अब पुलिस ने पत्‍‌नी व बेटे का नाम विवेचना में शामिल कर लिया है। पुलिस का मानना है कि दोनों साजिश रचने के आरोपी हैं।

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घोटालेबाज पवन मिश्रा भ्ाी गिरफ्तार

सुभाषनगर पुलिस ने प्रदेश सरकार को पुष्टाहार सप्लाई करने वाली कंपनी में घोटाला करने वाले पवन मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया है। उसके खिलाफ 80 लाख रुपए की धोखाधड़ी का केस दर्ज था, जिसका केस कोर्ट में चल रहा है। कंपनी का पीएनबी में अकाउंट था। उसके पास कंपनी के कई चेक थे। कंपनी ने सभी चेक बैंक में कैंसिल करा दिए थे। कुछ दिनों पहले उसने बैंक में 50-50 लाख रुपए के 4 चेक लगाए थे। जिसके बाद बैंक से सूचना मिलने पर कंपनी के प्रतिनिधि अमर प्रकाश ने उसके खिलाफ कोतवाली में 11 मार्च को एफआईआर दर्ज कराई थी। हालांकि उसके खिलाफ धोखाधड़ी के 4 वारंट जारी थे। पुलिस ने देर रात अभियान के दौरान उसे गिरफ्तार कर लिया।