- ऑडिट में खेल की खबर छपते ही अफसरों तक पहुंची जांच की आंच

BAREILLY:

हेड पोस्ट ऑफिस में हुआ करीब 2 करोड़ रुपए का घोटाला अकेले आरोपित डिप्टी पोस्ट मास्टर वाईके शर्मा ने किया। यह किस्सा किसी के गले नहीं उतर रहा। दिल्ली और लखनऊ की टीम द्वारा किए गए ऑडिट में भी यह गबन पकड़ में नहीं आ सका। ऐसे में, अफसरों की मंशा पर सवाल खडे़ हो गए है और यह घोटाला अफसरों की गले की फांस बन गया है। अब अफसर जांच के ऊपर जांच बैठाकर अपना दामन बचाने में लगे हैं।

आईनेक्स्ट ने उठाया था सवाल

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने दो बार स्पेशल ऑडिट के बाद भी गबन पकड़ में न आने की बात को प्रमुखता के साथ पब्लिश किया था। कि किस प्रकार वर्ष 2016 में डायरेक्टर ऑफ पोस्टल (डीएपी) और अगस्त 2017 में पोस्टल एन टेलीग्राफ (पीएनटी) द्वारा ऑडिट किया गया। जहां दिल्ली और लखनऊ की संयुक्त टीम ने पीएनटी ऑडिट किया था। करोड़ों रुपए का गबन ऑडिट टीम नहीं पकड़ सकी। ऐसे में, शक की सुई उनकी ओर भी घूम गई है। आरोपित की गिरफ्तारी के साथ ऑडिट में किए गए खेल संबंधी खबर छपी। खबर छपते ही हड़कंप मच गया और जांच की आंच अफसरों तक पहुंच गई।

तीन सदस्यीय टीम गठित

मामले में घिरने के कारण अफसरों ने हेड पोस्ट ऑफिस के एसएसपीओ रामेश्वर दयाल की अगुवाई चल रही जांच के ऊपर जांच बैठा दी गई। निदेशक डाक सेवाएं शंकर प्रसाद, सहायक निदेशक मंजीत जे सिंह और सहायक अधीक्षक कंचन सिंह को इसकी कमान सौंपी है। निदेशक की जांच टीम अपने स्तर से रिकार्ड खंगालने में जुटी है। अभी तक गबन की राशि 2 करोड़ रुपए तक पहुंच चुकी है। ऐसे में मामले की जांच निदेशक की टीम के हाथ आने के बाद किसी बड़े खुलासे की उम्मीद बढ़ गई है। वहीं कुछ और लोगों पर सस्पेंशन की गाज गिर सकती है।

इन पर गर चुकी है गाज

आरोपी डिप्टी पोस्ट मास्टर वाईके शर्मा द्वारा जो भी चेक काटा जाता था, उसे रजिस्टर में चढ़ाने की जिम्मेदारी हेड खजांची उमेश बाबू की थी। उमेश बाबू ने कभी रजिस्टर तैयार नहीं किए। बाबू रामचरण भी खजाने में मिला दायित्व सही से नहीं निभा सका। वहीं, सब पोस्ट ऑफिस में चेक वितरित करने की जिम्मेदारी पीए सब अकाउंट राकेश अग्रवाल की थी। दूसरी ओर बैंक से आने वाले स्क्रॉल की जांच की जिम्मेदारी सुपरवाइजर लेखाकार दिनेश शर्मा, सुपरवाइजर उपलेखा टीएस शर्मा, लिपिक नवनीत कौर की थी। काम में लापरवाही बरतने पर इन सभी कर्मचारियों को अब तक निलबिंत किया जा चुका हैं।

एसएसपीओ की टीम अपने स्तर से जांच कर रही है। मामले में निदेशक स्तर से तीन सदस्यीय जांच और बैठा दी गई है जो अपने स्तर से रिकॉर्ड चेक कर रही है।

--शंकर दयाल, निदेशक, डाक सेवाएं।