- संविदा कर्मचारियों पर घूम रही शक की सुई

- चीफ इंजीनियर ने बांटे उनके कार्य, सौंपा प्रोफार्मा

>BAREILLY: बिजली चोरी बिजली विभाग के लिए सिरदर्द बनी हुई है। बिजली चोरी को बढ़ावा देने की सुई संविदा कर्मचारियों के ऊपर शक की सुई घूम रही है। बिजली विभाग के चीफ इंजीनियर राजकुमार अग्रवाल ने कांट्रैक्टर को यह निर्देश दिए हैं कि बिजली की चोरी रोक नहीं सके से कांट्रैक्ट खत्म कर देंगे। वहीं दूसरी ओर कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई करने की बात भी उन्होंने कही है।

कंपनियों को दिए निर्देश

जिले में आदर्श इंटरप्राइजेज बरेली, न्यू टेक इलेक्ट्रिकल अलीगढ़, ग्रीन इंटरप्राइजेज बदायूं और जोशी नाम की कंपनी को कांट्रैक्ट बिजली विभाग दिया है। इन कंपनी के कर्मचारियों की मदद विभाग अपने काम में लेते रहता है, लेकिन सवाल यह उठता है कि इनके काम करने के ढर्रे से अधिकारी खुश नहीं है। क्योंकि, जिले में कटियाबाजी रुक नहीं रही है। ऐसे में चीफ इंजीनियर ने सर्किल की मीटिंग कर कर्मचारियों को एक प्रोफार्मा सौंपा है। जिसमें उनके कार्यो की सूची है। रोजमर्रा के कार्यो की रिपोर्ट प्रोफार्मा में संविदा कर्मचारियों को भरनी होगी।

सौंपी गई जिम्मेदारी

संविदा कर्मचारियों को टोटल पांच जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। इनमें कटियाबाजों पर लगाम लगाने, उन्हें बिजली कनेक्शन लेने के लिए प्रेरित करना, कंज्यूमर्स को वन टाइम सेटलमेंट योजना से जोड़ना सहित अन्य बातें शामिल हैं। यदि कंपनी और उनके कर्मचारी अपने कार्य के प्रति ईमानदारी नहीं बरततें है, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

यह दिए निर्देश

- कटियाबाजी रोकने का करें काम।

- नए बिजली कनेक्शन दिलाने का काम करें।

- बकायदारों का बिजली कनेक्शन काटने में मदद।

- वन टाइम सेटलमेंट से कंज्यूमर्स को जोड़े।

- कार्रवाई की रिपोर्ट तैयार करना।

कंपनी और कर्मचारियों को यह सख्त हिदायत दी गई है कि वह अपने क्षेत्र में बिजली की चोरी रोकने का काम करें। यदि वह ऐसा नहीं कर सते हैं, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

राजकुमार अग्रवाल, चीफ इंजीनियर, बिजली विभाग