- फोर्थ और थर्ड डिवीजन का सबसे खस्ता है हाल

- हर महीने 25 करोड़ से अधिक का होता है बिल जेनरेट

<- फोर्थ और थर्ड डिवीजन का सबसे खस्ता है हाल

- हर महीने ख्भ् करोड़ से अधिक का होता है बिल जेनरेट

BAREILLY: BAREILLY: बिजली विभाग कंज्यूमर्स से बिजली बिल वसूलने में नाकाम साबित हो रहा है। विभाग न तो बकाया बिजली बिल न ही हर माह जेनरेट होने वाली बिजली बिल वसूल पा रहा। हाल यह है कि यूपी पावर कॉरपोरेशन के डोमेस्टिक कनेक्शन पर प्रति यूनिट खर्च हो रहे भ् रुपए पर बिजली विभाग सिर्फ ब्भ् पैसे पर यूनिट ही वसूली कर पा रहा है। वसूली में सबसे खराब हालत फोर्थ और थर्ड डिवीजन का है। इसको देखते हुए अधिकारियों को वसूली का टारगेट फिक्स किया गया है।

आमदनी अठन्नी ख्ार्चा रुपैया

शहर में बिजली कंज्यूमर्स को चार डिवीजन में बांटे गए हैं। पहले विभाग के तीन डिवीजन ही हुआ करते थे, लेकिन कंज्यूमर्स की बढ़ती संख्या और बिल वसूल पाने में दिक्कत के चलते एक डिवीजन की मांग अधिकारियों ने और की थी, जिसे मुख्यालय ने स्वीकार भी कर लिया। हालांकि, एक और नया डिवीजन खुलने के बाद भी कोई खास फायदा नहीं हुआ। ग्रीन पार्क, महानगर, सिविल लाइंस, रामपुर गार्डेन, डीडीपुरम, राजेंद्र नगर सहित अन्य एरिया को छोड़ दें तो बाकी कई जगहों से विभाग मात्र ब्भ् पैसा से ख् रुपए प्रति यूनिट ही बिजली बिल वसूल कर पा रहा है। नकटिया में सबसे अधिक खस्ता हाल है यहां पर विभाग सबसे कम ब्भ् पैसे प्रति यूनिट वसूली कर रहा है।

दिया गया टारगेट

बिजली विभाग के शहर में करीब पौने दो लाख बिजली कंज्यूमर्स हैं। हर महीने करीब ख्भ्-ख्म् करोड़ रुपए का नया बिल सर्दी में जेनरेट होता है। गर्मी के दिनों में यह आंकड़ा और भी अधिक होता है। जबकि, पहले से ही बकाया 80 करोड़ से अधिक है, लेकिन कर्मचारी न तो बकाया न ही हर माह जेनरेट होने वाली बिल वसूल कर पा रहे हैं। इसको देखते हुए चारों डिवीजन के एक्सईएन को मंथ वाइज मार्च ख्0क्7 तक का एक फिक्स टारगेट दिया गया है, जो क्भ् से 80 करोड़ रुपए तक है।

क्या होता है थ्रू रेट

अधिकारी खर्च का लेखा-जोखा रखने के लिए थ्रू रेट निकालते हैं। थ्रू रेट विभाग बिजली सप्लाई पर खर्च रुपए का किया और उसके मुकाबले उसे राजस्व आया। उसके हिसाब से निकालता है।

टारगेट अमाउंट करोड़ में

डिवीजन - जनवरी - फरवरी - मार्च

फ‌र्स्ट - क्9.भ्0 - क्म्.फ्0 - ख्9.म्8

सेकेंड - क्भ्.क्भ् - क्फ्.क्ब् - ख्फ्.80

थर्ड - क्म्.80 - क्ब्.9म् - ख्7.ख्9

फोर्थ - भ्क्.ब्भ् - ब्ब्.ब्0 - 80.77

कुछ जगहों दिक्कत है जहां के कंज्यूमर्स बिजली बिल जमा करना नहीं चाहते है। लेकिन, विभाग का यह प्रयास है कि राजस्व की वसूली की शहर के लोगों को बेहतर बिजली दे।

पीए मोगा, एक्सईएन, बिजली विभाग