RANCHI: शुक्रवार को रांची में फ्00 मेगावाट फुल लोड से ज्यादा बिजली मिली, इसके बावजूद राजधानी का बड़ा इलाका अंधेरे में रहा। बरियातू, बूटी मोड़, कांटा टोली, डंगराटोली, हरमू, किशोरगंज समेत कई इलाकों में सुबह से ही बिजली कटी रही। वहीं, शहर के अन्य इलाकों में भी बिजली का आना-जाना जारी रहा। क्9 से ख्क् घंटे ही बिजली मिल पाई। इससे लोगों को काफी परेशानी हुई।

लोकल फॉल्ट से परेशानी

रांची में अक्सर लोकल फ ॉल्ट आ जाता है, तो कभी मेंटेनेंस के कारण समय-समय पर बिजली कटती रहती है। रांची सहित पूरे राज्य में जीरो कट बिजली की आपूर्ति कभी नहीं हो पाती है। रूरल एरियाज में भी क्भ् से क्8 घंटे ही बिजली मिल रही है। वहीं, शहरी इलाकों में औसतन क्8 से ख्0 घंटे बिजली की आपूर्ति हो रही है।

खरीद कर पूरा कर रहे बिजली

राज्य में अभी भी बिजली खरीदकर ही पूरी की जा रही है। इनलैंड पावर से भ्भ् मेगावाट व आधुनिक पावर से क्ख्ख् मेगावाट अतिरिक्त बिजली राज्य को मिल रही है। पीटीपीएस की स्थिति जस की तस है। वर्तमान में राज्य में सबसे ज्यादा बिजली का उत्पादन टीवीएनएल करता है। टीवीएनएल से लगभग फ्80 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता है, लेकिन अतिरिक्त लोड बढ़ते ही टीवीएनएल की एक यूनिट बैठ जाती है। सिकिदिरी हाइडल की स्थिति भी ठीक नहीं है। केवल बारिश के मौसम में ही यह यूनिट चालू होती है। ् इससे पीक आवर में क्ख्0 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता है। बिजली की बाकी जरूरत पूरी करने के लिए निगम पावर ट्रेडिंग का सहारा लेता है

शुक्रवार को मिली बिजली

हटिया ग्रिड क्ख्0 मेगावाट

कांके ग्रिड ब्0 मेगावाट

नामकुम ग्रिड क्00 मेगावाट

सिकिदिरी ख्0 मेगावाट

तमाड़ क्ख् मेगावाट

कामडारा ख्0 मेगावाट

वर्जन

रांची को फुल लोड बिजली मिल रही है, जितनी जरूरत है उतनी बिजली हमें मिल रही है। इसके बावजूद लोकल फॉल्ट होने के कारण कहीं-कहीं बिजली काटी गई है।

-अजीत कुमार, एसई, रांची