RANCHI : धनबाद-रांची इंटरसिटी एक्सप्रेस के लोको पायलट रामजीत और एमके मिता की सूझबूझ से एक युवक की जान बच गई। गुरूवार को कतरास-चंद्रपुरा के बीच जमुनी हाल्ट के पास एक युवक कान मे ईयर फोन लगाकर ट्रैक पार कर रहा था। इसी दौरान इंटरसिटी एक्सप्रेस इसी रूट से गुजर रही थी। लोको पायलट ने जब युवक को ट्रैक पर देखा तो हॉर्न बजाना शुरू कर दिया, पर युवक को हॉर्न नहीं सुनाई दे रही थी। ऐसे में लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगा दी, जिससे युवक ट्रेन की चपेट में आने से बच गया।

चार बच्चों की चली गई थी जान

पिछले साल जुलाई में रांची-लोहरदगा रेललाइन पर रेलगाड़ी की चपेट में एक स्कूल वैन के आने से चार बच्चों की मौत हो गई थी। वैन में एक दर्जन से ज्यादा बच्चे बैठे थे। हादसे की वजह ड्राइवर का कान मे ईयर फोन लगाकर वैन चलाना था। मानवरहित रेलवे क्रासिंग पार करने के दौरान कान में ईयर फोन लगे होने की वजह से उसे ट्रेन की हॉर्न नहीं सुनाई दी, जिस कारण हादसा हो गया था।

भदोही में ईयरफोन ने ली आठ स्कूली बच्चों की जान

उत्तर प्रदेश के भदोही में ईयरफोन के शौक ने आठ स्कूली बच्चों की जान ले ली, जबकि तीन बच्चे घायल हैं। ईयरफोन लगाकर स्कूल वैन चला रहे ड्राइवर ने मानव रहित रेलवे क्त्रासिंग पर ट्रेन की आवाज नहीं सुनी और ट्रेन ने वैन को टक्कर मार दी।

ईयरफोन लगाकर सुन रहा था गाने, गई जान

पिछले साल मार्च में इलाहाबाद जिले में एक स्टूडेंट को ईयरफोन लगाकर म्यूजिक सुनना महंगा पड़ गया। रेलवे ट्रैक पार करने वक्त कान में ईयरफोन लगे होने की वजह से वह ट्रेन के हॉर्न को नहीं सुन सका और हादसे में अपनी जान गंवा दी।