- शास्त्रीपुरम रामाजीधाम में घर में दरवाजा तोड़ घुसी पुलिस, गर्भवती से गाली-गलौज व मारपीट

- चौकी इंचार्ज पर नशे में फायरिंग करने का आरोप, परिवार ने एसएसपी से की मामले की शिकायत

आगरा। दबिश देने गई पुलिस टीम की कारगुजारी से शनिवार रात एक बार फिर खाकी दागदार हो गई। धोखाधड़ी के मामले में पहुंची पुलिस ने घर में तोड़फोड़ की। महिला पुलिस को साथ लिए बिना गई टीम ने महिलाओं से अभद्रता की। गर्भवती से गाली-गलौज कर मारपीट की। चौकी इंचार्ज पर नशे में फायरिंग करने का आरोप है। परिवार ने रविवार दोपहर एसएसपी से शिकायत की है।

हुआ था धोखाधड़ी का मुकदमा

थाना सिकंदरा के शास्त्रीपुरम रामाजी धाम निवासी भूपेंद्र सिंह पुत्र दौलत सिंह की घर के बाहर बीएस डेयरी के नाम से दुकान है। भूपेंद्र के मुताबिक मूलरूप से एटा निवासी एक युवक ने मार्च में उन पर 50 लाख की धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया। मुकदमा कोर्ट के आदेश पर हुआ। परिजनों के मुताबिक मामले में कोर्ट से स्टे लिया हुआ है।

पिता हॉस्पिटल में एडमिट

भूपेंद्र के मुताबिक पिता के पैर का ऑपरेशन हुआ है। आवास विकास कॉलोनी स्थित एक हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। शनिवार रात परिवार के सभी पुरुष हॉस्पिटल में थे। घर में महिलाएं व बच्चे, भूपेंद्र की मां कमला देवी, पत्नी स्वाती, बड़े भाई प्रमोद सिंह की पत्नी पल्लवी, छोटे भाई अरविंद की पत्नी वंदना थे। वंदना आठ महीने की गर्भवती है।

घर का दरवाजा तोड़ घुसी पुलिस

भूपेंद्र के मुताबिक रात में करीब एक बजे थाना सिकंदरा के एसएसआई, फैक्ट्री एरिया चौकी इंजार्च राजेश कुमार सिंह चार-पांच अन्य पुलिसकर्मियों के साथ पहुंचे। घर पर महिलाओं ने किसी आदमी के न होने की बात की। पुलिस नहीं मानी। दरवाजा तोड़कर पुलिस घर में घुसी। महिलाएं दहशत में आ गई।

महिलाओं से मारपीट

आरोप है कि दबिश देने गई टीम में महिला पुलिस शामिल नहीं थी। घर में महिलाओं ने महिला पुलिस लाने की बात कही, तो पुलिसकर्मियों का पारा चढ़ गया। महिलाओं से गाली-गलौज की। जबरन महिलाओं के कमरों की तलाशी ली। वंदना के मुताबिक उसके बेडरूम का दरवाजा तोड़ डाला। तलाशी ली विरोध करने पर हाथापाई कर दी। आरोप है कि गाल पर तमाचा जड़ दिया।

एक को डंडे से मारा दूसरे पर फायरिंग

भूपेंद्र के मुताबिक पुलिस नें आते ही पालतू श्वान को डंडे से पीटा। घर में कीमती सामान को तोड़ दिया। अंदर हाथापाई करने के बाद बाहर खड़े हो गए। वहां पर दो श्वान और बंधे थे। एक डॉग पर चौकी इंचार्ज ने अपनी पिस्टल से फायर कर दिया वह बाल-बाल बचा। फायर से घर की महिलाएं दहशत में आ गई। परिजनों का आरोप है कि चौकी इंचार्ज राजेश कुमार सिंह नशे में थे।

सेटिंग न करने पर बिगड़ी बात

भूपेंद्र ने बताया कि फैक्ट्री चौकी इंचार्ज राजेश कुछ दिन पहले आया था। इस मामले की विवेचना उसके ही हाथ में है। उस दौरान उसने धमकी दी कि उसे नहीं समझा तो वह यहां से कैमरे के साथ एक-एक ईट लेकर चला जाएगा। मात्र लाभ लेने के मंसूबे से यह घटनाक्रम किया गया।