-नवाबगंज थाने पहुंची थानेदार की गर्लफ्रैंड, खुली एसओ की रंगरलियों की पोल

-शादी का झांसा देकर युवती से शारीरिक संबंध बनाए, प्रेग्नेंट होने पर किया इंकार

-आरोपी एसओ पर रेप, मारपीट और जान से मारने की धमकी देने का मुकदमा दर्ज

-इंसाफ के लिए थाने में बैठी पीडि़ता को एसओ का करीबी लग्जरी कार में ले गया

KANPUR : नवाबगंज थाने के आशिक मिजाज एसओ की रासलीला की शनिवार को उस वक्त पोल खुल गई जब उनकी गर्भवती गर्लफ्रैंड ने थाने पहुंचकर हंगामा कर दिया। उसका आरोप है कि एसओ ने शादी का झांसा देकर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए और अब वो शादी से पीछे हट रहा है। एसओ ने उसकी जिंदगी बर्बाद कर दी है। एसओ उसको समझाने की कोशिश कर रहे थे कि इसी बीच पत्नी के वहां पहुंचने से उनके पहले से शादीशुदा होने की पोल भी खुल गई। जिससे उनकी गर्लफ्रैंड और भड़क गई। पत्नी और गर्लफ्रैंड में मारपीट हो गई। जिसमें एसओ के ऑफिस गेट का शीशा भी टूट गया। इसे देख एसओ के पसीने छूट गए। आनन-फानन में वो थाने में छुट्टी का तस्करा डालकर पत्नी समेत निकल गया। पीडि़ता का मोबाइल ऑफ होने से अनहोनी की आशंका जताई जा रही है। देर शाम एसएसपी के आदेश पर एसओ के खिलाफ रेप, मारपीट और जान से मारने की धमकी का मुकदमा दर्ज हुआ। वहीं एसओ को सस्पेंड भी कर दिया गया।

एसओ ने किया शादी से इंकार

मूलरूप से गाजीपुर निवासी संजना (काल्पनिक नाम) यहां पर सीसामऊ स्थित मंदिर के पास किराए के कमरे में रहती है। वो सिविल परीक्षा की तैयारी कर रही है। वो यहां काकादेव में कोचिंग पढ़ती है। करीब डेढ़ साल पहले उसकी तत्कालीन काकादेव थानाध्यक्ष उदय प्रताप सिंह से दोस्ती हो गई। संजना का आरोप है कि उदय ने उसको शादी का झांसा देकर उसको प्यार के जाल में फंसा लिया। इसके बाद से वो उसके साथ शारीरिक संबंध बना रहा था। कुछ दिनों पहले संजना को प्रेग्नेंट होने का पता चला तो वो उदय पर शादी करने का दबाव बनाने लगी, लेकिन उदय बहानेबाजी कर उसे गर्भपात करने के लिए बोलता रहा। शनिवार की सुबह उदय थाने पर पहुंचे तो वहां पर संजना पहले से मौजूद थी। संजना उससे शादी की डेट फाइनल करने की जिद करने लगी तो उदय के होश उड़ गए। गुस्से में उदय ने शादी करने से मना कर दिया तो वो रोते हुए उदय पर जिंदगी बर्बाद करने का आरोप लगाने लगी, तो थाने में हड़कम्प मच गया।

हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाने लगे एसओ

संजना शुक्रवार की रात से थाने में बैठी थी। सुबह उसके हंगामा करने पर उदय के पसीने छूट गए। उदय ने उसको समझाने की कोशिश की, लेकिन वो शादी की ही जिद पर अड़ी रही। उसने कहा कि या तो तुम मुझे अपने घर ले चलो या फिर मेरी लाश थाने से निकलेगी। जिसे सुनकर उदय के चेहरे की हवाइयां उड़ गई। वो संजना को मनाने के लिए हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाने लगा। उदय ने उससे कहा कि तुम अभी थाने से चली जाओ, मैं तुम्हारे रूम पर आकर बात करूंगा, लेकिन वो थाने से नहीं गई।

वरना थाने में जहर खाकर जान दे दूंगी

एसओ उदय तो पत्नी समेत थाने से भाग गए, लेकिन संजना थाने में एसओ के ऑफिस में बैठी रही। उदय उसको फोन पर समझा रहा था, लेकिन वो शादी की जिद पर अड़ी थी। वो रोते हुए बोल रही थी कि तुमने तो मुझे बर्बाद कर दिया है। अब मैं भी तुम्हें नहीं छोड़ूंगी। उदय ने उसको दोबारा कॉल की तो उसने कहा कि मैं जहर लेकर आई हूं। अगर तुमने एक घंटे में जवाब नहीं दिया तो मैं थाने में ही जहर खाकर जान दे दूंगी। इसके बाद उसने फोन काट दिया।

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लग्जरी कार से उठा ले गए

उदय भले ही थाने से निकल गए थे, लेकिन दरोगा और सिपाही उनको पल-पल की जानकारी दे रहे थे। इसी बीच मीडिया थाने पहुंची तो कार्यवाहक थानाध्यक्ष रवि शंकर त्रिपाठी समेत पूरा स्टाफ मीडिया को मैनेज करने में जुट गया। इधर, उदय को मीडिया के थाने पहुंचने का पता चला तो उसने सीसामऊ निवासी रिश्तेदार बंटी यादव को साथियों समेत थाने भेज दिया। उनके इशारा करते ही कार्यवाहक एसओ ने महिला सिपाही गायत्री मिश्रा के जरिए पीडि़ता को थाने के बाहर भेज दिया। जहां से उसको उदय के रिश्तेदार ईको स्पो‌र्ट्स कार से उठाकर ले गए।

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स्टाफ एसओ को बचाने में जुटा

इससे पहले उदय काकादेव थाने के एसओ थे। वहां पर भी एक बार संजना ने हंगामा किया था, लेकिन उदय ने उसको मैनेज कर लिया था। नवाबगंज थाने का सारा स्टाफ उदय की रासलीला से वाकिफ था, लेकिन किसी ने भी अफसरों को जानकारी नहीं दी। बल्कि वे एसओ का खास बनने के लिए उनकी करतूतों पर पर्दा डालते थे। शनिवार को संजना के बवाल करने के बाद भी स्टाफ एसओ को बचाने में जुटा था। एक सिपाही ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि कई बार तो संजना रात भर एसओ साहब के साथ थाने में रुकती थी। एसओ साहब की करतूतों के बारे में आला अफसर भी जानते थे, लेकिन वे उस पर पर्दा डाले देते थे।