परिवार समेत गायब हो गया उत्तर पुस्तिका अनुभाग प्रभारी चंद्र प्रकाश

छात्रा की गिरफ्तार के लिए एसटीएफ टीम मुजफ्फरनगर रवाना

Meerut। एक सफाई कर्मचारी और एक ठेके पर पुताई करने वाला। यही दोनों सीसीएस यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस की कॉपियों को बदलने का रैकेट चला रहे थे। एसटीएफ के मुताबिक घोटाले का मास्टरमाइंड कविराज कहने को ठेके पर पुताई व बिल्डिंग की मरम्मत का काम करता था, लेकिन वह छात्र नेताओं के साथ विवि में धरना प्रदर्शन पर जाने लगा। इसके बाद उसने विवि में अपनी पैंठ बनकर कापी घोटाला शुरू कर दिया।

संपति होगी कुर्क

एसटीएफ ब्रिजेश कुमार का कहना है कि उत्तर पुस्तिका घोटाले का मास्टर माइंड छात्र नेता कविराज का दुर्गापुरम में मकान बन रहा है। उसकी कीमत करीब एक करोड़ रुपये आंकी जा रही है, जबकि वह पांच साल पहले किराए के मकान में रहता था। उसका आय का दूसरा कोई अन्य साधन भी नहीं है। उसकी संपत्ति को भी कुर्क करने की तैयारी कर ली है।

बेटी से मिल रही मदद

एसटीएफ ने बताया कि संदीप पांचवीं पास है, जो विवि में संविदा सफाई कर्मचारी है। उसकी बेटी मुजफ्फरनगर मेडिकल कालेज में एमबीबीएस कर रही है। उसका भी इस केस में नाम सामने आ रहा है। एसटीएफ का कहना है कि वह कालेज से ही छात्रों से उत्तर पुस्तिका बदलने की सेंटिंग करती थी। उसके इशारे पर कविराज छात्राओं से उत्तर पुस्तिका बदलाने के नाम पर लाखों रुपये वसूलता था। एसटीएफ का कहना है एक टीम मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज गई हुई है। शीघ्र ही युवती को भी गिरफ्तार किया जाएगा।

ऐसे हुआ भंडाफोड़

एसटीएफ ने शनिवार को सीसीएसयू में एमबीबीएस, स्नातक, परास्नातक, एलएलबी आदि परीक्षाओं की उत्तरपुस्तिका बदलने के खेल का भंडाफोड़ करने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। इनके पास से एमबीबीएस की लिखी हुई उत्तर पुस्तिका भी बरामद हुई थी। गिरफ्तार हुए आरोपियों ने कबूल किया किया था वह एक से डेढ़ लाख रुपये लेकर एमबीबीएस की उत्तर पुस्तिका बदल देते थे।

कोर्ट ने भेजा जेल

रविवार को स्पेशल कोर्ट में एसटीएफ ने चारों आरोपियों को पेश किया। जहां से कोर्ट ने कविराज पुत्र हरपाल सिंह, यूनीवर्सिटी का संविदा सफाई कर्मचारी कपिल कुमार पुत्र उदयराम सिंह, यूनीवर्सिटी का कर्मचारी पवन कुमार पुत्र सुलतान सिंह, संविदा सफाई कर्मचारी संदीप पुत्र गुलचंद को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।

घर पर दबिश

एसटीएफ ने विवि कैंपस में रहने वाले रिटायर्ड अधिकारी व उत्तर पुस्तिका अनुभाग प्रभारी चंद्र प्रकाश सिंह के घर पर भी दबिश डाली। दबिश पड़ने से पहले ही वह परिवार समेत गायब हो गया।

अभी कापी घोटाले में कई ओर नाम सामने आए है। सभी के खिलाफ सबूत एकत्रित किए जा रहे है।

ब्रिजेश कुमार, सीओ एसटीएफ

उत्तर पुस्तिका बदलने के मामला में रविवार को यूनिवर्सिटी में एसटीएफ ने किसी प्रकार की जांच नहीं की है। संभवता एसटीएफ अधिकारी सोमवार को पूछताछ के लिए यूनिवर्सिटी में आ सकते हैं।

डॉ। प्रशांत कुमार

प्रेस प्रवक्ता, सीसीएसयू