--IGNOU के स्टूडेंट अजय कुमार शर्मा को दस होनहार आविष्कारकों के साथ प्रेसीडेंट ने किया सम्मानित

-राष्ट्रपति भवन में फंक्शन ऑफ इनोवेशन फॉर इन रेजिडेंस प्रोग्राम हुए शामिल अजय

VARANASI

गैर विज्ञानी भी आविष्कार कर समाज को कुछ बेहतर दे सकता है। इसका एक बेहतरीन उदाहरण हैं इग्नू वाराणसी सेंटर के स्टूडेंट अजय कुमार शर्मा। अजय इग्नू में बीकॉम के स्टूडेंट थे। पर यह इनकी पहचान नहीं है। इनकी पहचान देश के उन दस होनहार स्टूडेंट्स में है जिन्होंने ऐसे अनोखे आविष्कार किये जो सीधे समाज से जुड़े हुए हैं। अजय ने अपने जेब खर्च के पैसे से एक ऐसी मशीन बनायी जो कम खर्च में अधिक बिजली का उत्पादन करने में सक्षम है। अजय की इस उपलब्धि को प्रेसिडेंट प्रणब मुखर्जी ने भी सराहा है। अजय शर्मा बीएचयू स्थित इग्नू सेंटर में शुक्रवार को मीडिया से मुखातिब थे। यहां पर रीजनल डायरेक्टर अवध नारायण त्रिपाठी, डिप्टी डायरेक्टर अनिल कुमार मिश्र, असिस्टेंट रीजनल डायरेक्टर डॉ। संजय कुमार व डॉ। श्रवण पाण्डेय ने अजय कुमार शर्मा का अभिनंदन किया। उन्होंने क्फ् अप्रैल को इग्नू के फ्0वें दीक्षांत समारोह आयोजित किये जाने की जानकारी भी दी।

अजय ने बताया कि इग्नू से मिले सहयोग के बाद उन्होंने अपनी मशीन को अंतिम रूप दिया। उन्होंने अपने आविष्कार को राष्ट्रपति भवन फंक्शन ऑफ इनोवेशन फॉर इन रेजिडेंस प्रोग्राम में शामिल कराने के लिए भेजा। वहां की हाई लेवल टीम ने उनके आविष्कार को परखा और उन्हें देश के दस होनहार आविष्कारकों की टीम में शामिल होने का मौका देते हुए राष्ट्रपति भवन आने का न्योता दिया। अजय चार से क्8 मार्च तक राष्ट्रपति के मेहमान रहे। उनसे राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने बातचीत की और उन्हें इस तरह के समाजोपयोगी आविष्कार करते रहने के लिए प्रेरित भी किया।

और भी हैं अजय के आविष्कार

-अजय शर्मा ने गोबर गैस बाटलिंग मशीन भी बनायी है। जिसके जरिये गोबर गैस जो कि उत्पादन स्थल से सिलेंडर में भर कर उसे दूसरे किसी भी स्थान पर ले जाया जा सकता है। अभी तक गोबर गैस को पाइप के जरिये ही एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया जा सकता था।

-अजय कुमार शर्मा ने घाट की सीढि़यों पर चलने वाले लोगों से बिजली पैदा करने के एक मशीन का आविष्कार किया है। आविष्कार में घाट की सीढि़यों पर एलईडी बल्ब लगा दिये जायेंगे और पैदल चलने वालों से ये एलईडी बल्ब रोशन हो जायेंगे।