- दो दिवसीय दौर पर उत्तराखंड पहुंचे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद

- हरिद्वार में की गंगा पूजा, आज करेंगे बद्रीनाथ व केदारनाथ के दर्शन

>DEHRADUN: राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार उत्तराखंड दौरे पर आए रामनाथ कोविंद ने कहा कि भारत की पहचान इंडिया गेट, लाल किला या ताजमहल से नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति व परंपराओं से है। पर्यावरण को पहाड़ की पहचान बताते हुए उन्होंने चिपको आंदोलन के प्रणेता पर्यावरणविद सुंदरलाल बहुगुणा की सराहना भी की। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शनिवार को दो दिवसीय उत्तराखंड दौरे पर पहुंचे। जौलीग्रांट से हरिद्वार के दिव्य सेवा प्रेम मिशन पहुंचे। उन्होंने गंगा स्वच्छता की शपथ लेकर नदियों की निर्मलता की प्रेरणा भी दी।

'नर सेवा ही नारायण सेवा'

उत्तराखंड दौरे पर पहुंचे राष्ट्रपति के साथ पत्‍‌नी सविता कोविंद के अलावा बड़े भाई व परिवार के अन्य सदस्य भी हैं। कार से हरिद्वार पहुंचने के बाद उन्होंने हरिद्वार में हरकी पैड़ी पर पूजा-अर्चना की। इसके बाद दिव्य सेवा प्रेम मिशन में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे। उन्होंने कहा कि नर सेवा ही नारायण सेवा है। कहा, मैं खुद गरीब परिवार से हूं। मेरे पास न धन है और न ही राजनीतिक पहुंच, लेकिन आप सबके प्रेम से राष्ट्रपति की कुर्सी तक पहुंचा। दिव्य सेवा मिशन से अपने लगाव को लेकर कहा कि यह मेरा अपना घर है। दिव्य प्रेमसेवा कुंज के बच्चों में से कोई न कोई एक दिन राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री बनेगा। इस दौरान राज्यपाल, स्पीकर व मुख्यमंत्री के अलावा पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण भी मौजूद थे। इसके बाद राष्ट्रपति का काफिला दून के लिए रवाना हुआ। देर रात दून पहुंचने पर उन्होंने राजभवन में आयोजित भोज में शिरककी।

-हरकी की पैड़ी पहुंचने वाले वे चौथे राष्ट्रपति हैं।

- उनसे पहले डॉ। राजेन्द्र प्रसाद, ज्ञानी जैल सिंह व प्रणब मुखर्जी भी शामिल रहे हैं।

दिया गया गॉड अॉफ ऑनर

दो दिवसीय उत्तराखंड दौरे पर पहुंचे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शनिवार को सेना के स्पेशल विमान से जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचे। इस मौके पर एयरपोर्ट पर राज्यपाल डा। केके पॉल, सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, सीएम एस रामास्वामी, डीजीपी अनिल रतूड़ी सहित आलाधिकारियों व सेना के अधिकारियों ने उनका वेलकम किया। इस दौरान एयरपोर्ट पर आईएमए के कमांडेंट एसके झा के नेतृत्व में सेना के जवानों ने राष्ट्रपति को गॉड ऑफ ऑनर भी दिया। इसके बाद राष्ट्रपति कड़ी सुरक्षा के बीच कार के काफिले में हरिद्वार को रवाना हो गए।

हरिद्वार में छूटे राष्ट्रपति के पुत्र

राष्ट्रपति रामनाथ को¨वद पत्नी सविता को¨वद समेत परिवार के अन्य सदस्यों के साथ हरिद्वार से देहरादून रवाना हुए, लेकिन उनके पुत्र प्रशांत कोविंद छूट गए। जैसे ही पुलिस को इस बारे में जानकारी मिली, आनन-फानन उन्हें देहरादून रवाना किया गया। हरिद्वार के निकट मोतीचूर में प्रशांत काफिले में शामिल हो गए। बताया जा रहा है कि दिव्य प्रेम सेवा मिशन में आयोजित कार्यक्रम के समापन के बाद राष्ट्रपति और उनका परिवार वहां बने वॉशरूम में फ्रेश होने गए। इसी बीच राष्ट्रपति का काफिला राजभवन देहरादून के लिए रवाना हो गया।

कहीं बारिश न बन जाए रोड़ा

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के केदारनाथ दौरे पर असमंजस बना हुआ है। बारिश को लेकर स्वयं राष्ट्रपति भी संशय में हैं। हरिद्वार में उन्होंने कहा,कल जाना है देखेंगे वे (बाबा केदार) बुलाएंगे तो जाएंगे नहीं तो बाद में फिर आएंगे। इधर, राज्य मौसम केंद्र के अनुसार रविवार को बद्रीनाथ व केदारनाथ में बादल छाए रहेंगे और हल्की से मध्यम वर्षा की भी आशंका है। शाम तक मौसम साफ होने की संभावना जताई गई है। वहीं, सूबे के प्रमुख सचिव गृह आनंद वर्धन के मुताबिक फिलहाल दौरे मे कोई बदलाव नहीं है, आगे मौसम को देखते हुए ही कोई निर्णय लिया जाएगा। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार राष्ट्रपति को सुबह करीब सात बजे केदारनाथ पहुंचना है। करीब चार घंटे बिताने के बाद क्क् बजे वह बद्रीनाथ के लिए रवाना होंगे।

- दोपहर ख्:भ्भ् मिनट पर सेना के विशेष विमान से जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर पहुंचे।

-दोपहर फ्:क्0 बजे राष्ट्रपति का काफिला कड़ी सुरक्षा के बीच हरिद्वार को रवाना हुआ।

- मौसम की खराबी के चलते अचानक उनके कार्यक्रम में परिवर्तन करना पड़ा।

-इस दौरान बड़े छोटे वाहनों के लिए रूट डायवर्ट हाईवे पर वाहनों की आवाजाही बंद की गई।