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PATNA (19 Jan): कानपुर रेल हादसे में आतंकी साजिश की पुष्टि होती दिख रही है। क्योंकि इस हादसे में विस्फोट के लिए प्रेशर कुकर बम का प्रयोग करने के साथ एनईआर की एक दर्जन से अधिक ट्रेनों में तबाही मचाने के बड़े प्लान का भी खुलासा हुआ है। यूपी एटीएस और आईजी रेलवे की मोतिहारी में संदिग्धों से हुई दो दिनों की पूछताछ में ये सच सामने आया है जिसके बाद पुखरायां और रूरा में पुन: फोरेंसिक परीक्षण की तैयारी चल रही है।

- मोती ने उगला विस्फोट का राज

मोतिहारी पुलिस की गिरफ्त में आए तीन संदिग्धों में शामिल मोती पासवान ने यूपी एटीएस की पूछताछ में बताया है कि उसने 7 अन्य लोगों के साथ मिलकर ख् बार कानपुर के पास रेल पटरी को नुकसान पहुंचाया है। इसके लिए प्रेशर कूकर (क्0 लिटर) में विस्फोटक भर कर बम तैयार किया गया था।

- ब्रज किशोर है मास्टर माइंड

यूपी एटीएस की पूछताछ में मोती पासवान ने कई बड़ा राज उगला है। उसके मुताबिक कानपुर रेल हादसे का मास्टर माइंड ब्रज किशोर गिरि है और वह स्वयं 7 लोगों को लीड कर रहा था। गिरि नेपाल पुलिस द्वारा हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। वह मौजूदा समय में काठमांडू अस्पताल में है। इस खुलासे के बाद एटीएस ब्रज किशोर गिरि की संलिप्तता के बारे में जानकारी इकट्ठा करने में जुट गई है। इसके लिए कुछ टीम नेपाल में भी गई है।

- मोती ने दो के बारे में दी जानकारी

मोती पासवान ने पूछताछ में बताया कि ब्रज किशोर गिरि व उसके अलावा म् अन्य लोग भी घटना में शामिल रहे हैं। मोती ने इसमें से केवल ख् के बारे में ही जानकारी दी है। ये राकेश यादव और गजेंद्र शर्मा हैं। दोनों को चिह्नित करने का प्रयास किया जा रहा है ताकि उनसे पूछताछ की जा सके।

- यूपी के डीजीपी ने भेजी थी टीम

उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद ने मोतिहारी में तीन संदिग्धों की गिरफ्तारी के बाद कानपुर रेल हादसे में संलिप्तता के बाद आईजी एटीएस व आईजी रेलवे को मोतीहारी जांच के लिए भेजा था। दोनों टीमों ने मोतीहारी में गिरफ्तार अभियुक्तों से गुरुवार और शुक्रवार दो दिनों तक पूछताछ की है। संदिग्धों से एलवी एंटनी देवा कुमार व जीआरपी के अन्य अधिकारियों ने भी पूछताछ की है। पूछताछ में एटीएस के पुलिस उपधीक्षक मनीष सोनकर भी शामिल थे।

मोतिहारी में गिरफ्तार मोतीलाल पासवान ने पूछताछ में कई बड़ा खुलासा किया है। इसके आधार पर फोरेंसिक परीक्षण, रेल विभाग के परीक्षण, फोन विश्लेषण, अन्य लोगों के बयानों से वेरीफाइ कराया जा रहा है। सबूतों के आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी

- असीम अरुण, आईजी यूपी एटीएस