आई फॉलोअप

-समझौते का प्रयास कर रहा है रेपिस्ट दरोगा, इमोशनली दबाव बनाने के लिए मां का इस्तेमाल कर रहा

-बिचौलिए ने बंद कमरे में पीडि़ता के एक रिश्तेदार से बात की

-अगर समझौता हुआ तो झूठी रिपोर्ट दर्ज कराने की कार्रवाई हो सकती है

KANPUR : शादी का झांसा देकर छात्रा से रेप करने वाले रेपिस्ट दरोगा उदय प्रताप सिंह ने उसकी आबरू की कीमत दस लाख रुपए लगाई है। उसने समझौता कराने के लिए यह रकम ऑफर की है। अब उसके बिचौलिए पीडि़त छात्रा और उसके परिवार वालों से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं। इसके अलावा रेपिस्ट दरोगा मां समेत अन्य लोगों की मदद से छात्रा पर दबाव बना रहा है। वहीं, पुलिस मंगलवार को भी छात्रा के मजिस्ट्रेटी बयान दर्ज नहीं करा पाई।

एक बार फिर मां का यूज कर रहा

रेपिस्ट दरोगा ने पीडि़त छात्रा का विश्वास जीतने के लिए अपनी मां का यूज किया था। छात्रा भले ही आरोपी दरोगा से नफरत करने लगी है, लेकिन वो अभी भी दरोगा की मां को मानती है। रेपिस्ट दरोगा को यह बात पता है। इसलिए वो छात्रा पर इमोशनली दबाव बनाने के लिए मां की उससे बात करवा रहा है। जब पीडि़ता महिला थाने में दरोगा की काली करतूतों की रिपोर्ट दर्ज कराने गई थी तो उसकी मां ने छात्रा से बात कर उसे रिपोर्ट दर्ज कराने से मना किया था। दरोगा की मां ने उससे मोबाइल पर बात करते हुए कहा था कि बेटा सब ठीक हो जाएगा। तुम थाने से मेरे पास चली आओ। हालांकि पीडि़ता ने उनकी बात मानने से इन्कार कर दिया था।

पीरोड में समझौते की स्क्रिप्ट तैयार हुई

रेपिस्ट दरोगा का समझौता कराने के लिए कई बिचौलिए सक्रिय हैं। सोर्सेज की मानें तो पीरोड में सोमवार की रात को एक बंद कमरे में दरोगा के बिचौलिए ने पीडि़ता के करीबी रिश्तेदार से बात कर समझौते की स्क्रिप्ट भी तैयार कर ली है। उसने इलाके के एक रसूखदार की मदद से पीडि़ता के रिश्तेदार से बात की है। स्क्रिप्ट के मुताबिक समझौता करने पर पीडि़ता को दस लाख मिलेंगे, जबकि उनको समझौता कराने के लिए तीन लाख रुपए दिया जाएगा। हालांकि पीडि़ता के परिवार ने इससे इन्कार किया है।

मजिस्ट्रेटी बयान से होगा खुलासा

दरोगा और पीडि़ता के बीच समझौता हुआ है या नहीं, इसका खुलासा मजिस्ट्रेटी बयान से हो जाएगा। इसलिए सबकी निगाह पीडि़ता के मजिस्ट्रेटी बयान पर टिकी है। अगर पीडि़ता ने मजिस्ट्रेटी बयान में दरोगा को क्लीन चिट दे दी तो समझ लीजिए उनके बीच समझौता हो गया और अगर उसने विरोध में बयान दिया तो उनका समझौता नहीं हुआ। मंगलवार को महिला थानाध्यक्ष पीडि़ता को कचहरी ले गई, लेकिन किसी कारणवश उसका बयान दर्ज नहीं हो पाया। अब पुलिस बुधवार को उसको बयान दर्ज कराने दोबारा कोर्ट ले जाएगी।

भाई सबकुछ मैनेज हो गया है

रेपिस्ट दरोगा को लेकर पुलिस महकमे में चर्चा हो रही है। सोमवार को कचहरी के बाहर एक दरोगा सिपाही से बात करते हुए कह रहा था कि यार आरोपी दरोगा का इटावा तक जुगाड़ है। सुनने में तो आया है कि दरोगा ने सबकुछ मैनेज कर लिया है। इसलिए तो पीडि़ता का मजिस्ट्रेटी बयान नहीं कराया जा रहा है। जिस पर सिपाही ने हामी भरते हुए कहा कि हां साहब दरोगा जी जुगाड़ वाले तो हैं। तभी तो पुलिस भी बैकफुट से उनकी मदद कर रही है।

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तो पीडि़ता पर कार्रवाई हो सकती है

सीनियर एडवोकेट कौशल किशोर शर्मा का कहना है कि पीडि़ता ने खुद दरोगा पर गंभीर आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराए हैं। अब अगर पीडि़ता दरोगा को क्लीन चिट देते हुए बयान देती है तो उस पर झूठी एफआईआर दर्ज कराने की कार्रवाई हो सकती है।