RANCHI महंगाई से परेशान जनता की जेब चौतरफा कट रही है। पहले पेट्रोल और डीजल की डायनेमिक प्राइसिंग से रोज-रोज परिवर्तित हो रहे दाम से आदमी जूझ ही रहा था कि रसोई पर भी महंगाई डायन का हमला हुआ और एक सितंबर से रसोई गैस के दाम में 68 रुपये की बढ़ोत्तरी कर दी गई। इसके अलावा खाते में न्यूनतम बैलेंस रखने के नाम पर एसबीआई हर महीने कस्टमर के एकाउंट से कभी साठ से कभी 64 रुपये काट ले रहा है।

रसोई गैस के दाम बढ़े

रसोई गैस के दाम एक सितंबर से पहले तक 568.50 रुपये थे। 74 रुपये महंगे होने के बाद इनका नया रेट 642.50 रुपये हो गया है। अब खाते में सब्सिडी 146.03 रुपये आयेगी। इसके अलावा गैस कंपनियों ने व्यवसायिक गैस सिलेंडर के दाम भी 114 रुपये बढ़ा दिये। पहले 19 किलो का सिलेंडर 1049 रुपये का था जो अब 1163 रुपये में मिल रहा है।

घर के बजट पर असर

गृहिणी तुलिका प्रसाद ने बताया कि मूल्यवृद्धि का असर घर के बजट पर पड़ेगा। गैस के मूल्य में बढ़ोत्तरी के बाबत इंडेन के सीनियर एरिया मैनेजर हरीश दीपक ने बताया कि रसोई गैस के रेट में बढ़ोत्तरी अप्रत्याशित नहीं है। डिस्ट्रीब्यूटर्स को पता था कि रेट बढ़ेंगे। रसोई गैस के दाम इंटरनेशनल गैस के दाम और क्रूड के दाम के आधार पर तय होते हैं और हर महीने तय किये जाते हैं। सब्सिडी के बाद इनका रेट पांच सौ रुपये के आसपास रहेगा और यह कोई बड़ा बोझ नहीं है।

बैलेंस कम तो एसबीआई काट रहा पैसा

रांची में एसबीआई बैंक एक अप्रैल से अपने कस्टमर्स के खाते में न्यूनतम बैलेंस 3,000 रुपये से कम रहने पर एसबीआई कस्टमर्स के एकाउंट से 60 से 70 रुपये तक काट ले रही है। एसबीआई के इस पेनाल्टी से स्टूडेंट और निम्न तबके के लोग परेशान हैं। रांची यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट राहुल ने बताया कि स्टूडेंट अपना खर्च महीने के लिए परिजनों से जो रकम मिलती है उसी से चलाते हैं। वे चाहकर भी अपने खाते में अधिक रकम नहीं रह सकते। ऐसे में जो थोड़ी बहुत राशि है वह भी कट जाने से उन्हें व्यवस्था पर गुस्सा आता है।

235 करोड़ की 'अतिरिक्त कमाई'

अपने इस कदम से एसबीआई बैंक ने बीते तीन महीनों में 235.03 करोड़ रुपये फाइन के रुप में वसूल चुकी है। एसबीआई की ओर से खाते से चार्ज काटे जाने के मुददे पर आरबीआई के जीएम पैट्रिक बारला ने कह कि बेसिक सेविंग डिपोजिट एकाउंट जो जीरो बैलेंस से खुलते हैं उनमें से पैसा नहीं काटा जाना है पर नार्मल एकाउंट में न्यूनतम बैलेंस नहीं रहने पर बैंक पैसा काट सकता है। यह कितना होगा यह बैंक डिसाइड कर सकता है और इसका डिसक्रिशन बैंक को दिया गया है।

न्यूनतम बैलेंस फेल तो पेनाल्टी

एसबीआई की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि न्यूनतम बैलेंस न रहने से पेनाल्टी देनी होगी। मेट्रोपॉलिटन शहरों में 5000, शहरी क्षेत्रों में 3000 और ग्रामीण क्षेत्रों में खाते में कम से कम 3000 रुपये रखने होंगे। ऐसा नहीं होने पर चार्ज लगाया जायेगा जो एक अप्रैल से लागू होगा। चार्ज न्यूनतम बैलेंस और जितना पैसा रहेगा उसके आधार पर वसूला जायेगा। मेट्रोपॉलिटन शहरों में अगर अंतर 75 प्रतिशत से ज्यादा होगा तो चार्ज 100 रुपये और सर्विस टैक्स होगा। यदि कमी 50-75 प्रतिशत रहती है तो बैंक 75 रुपये और सर्विस टैक्स लेगा। 50 प्रतिशत से कम रहने पर 50 रुपये और सर्विस टैक्स लिया जायेगा।

पेट्रोल और डीजल भी होता गया महंगा

राजधानी में जब से पेट्रोल और डीजल का रेट रोज डिसाइड होने लगा तो जनता जान भी नहीं पायी और उनकी जेब कटने लगी। रांची में 16 जून से पेट्रोल और डीजल का रेट मार्केट प्राइस के अनुसार रिवाइज हो रहा है। 58 दिन पहले लोग एक लीटर पेट्रोल 65.92 रुपये में खरीद रहे थे। आज यह रेट लगभग 71.09 रुपये लीटर हो गया है। वहीं डीजल का रेट जो एक जुलाई को 56.58 रुपये था। वह 4 सितंबर को बढ़कर 60.59 रुपये हो गया। इस अंतराल में डीजल का रेट भी लगभग चार रुपये बढ़ गया था।

डेली रिवाइज्ड होते हैं रेट

झारखंड पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के प्रवक्ता प्रमोद कुमार ने बताया कि पेट्रोल और डीजल के रेट डेली रिवाइज्ड होने से पेट्रोल पंपों को परेशानी नहीं है क्योंकि उन्हें निधार्रित रेट पर पेट्रोल डीजल बेचना है। लगभग 90 परसेंट पेट्रोल पंप ऑटोमेटेड हैं और रात साढ़े आठ बजे जो रेट आते हैं वह अगले दिन से लागू हो जाते हैं पर जनता इससे परेशान है। वे कहते हैं कि उनका बजट गड़बड़ा जा रहा है। गौरतलब है कि रांची म्यूनिसिपल क्षेत्र में 40 पेट्रोल पंप हैं।