RANCHI: स्पो‌र्ट्स किट, फायर एक्सटिंग्विशर, तडि़त चालक रूम में लॉक और चाबी लेकर प्रिंसिपल फरार। यहां तक कि किसी टीचर को प्रभार भी नहीं दिया। यह मामला कोकर तिरिल इलाके में स्थित सेंट अल्बर्ट हाइस्कूल का है, जिसका खुलासा सोमवार को तब हुआ, जब डीईओ के आदेश पर इंस्पेक्शन करने डिप्टी कलेक्टर यूनिका शर्मा स्कूल पहुंचीं। डिप्टी कलेक्टर ने जब मौजूद स्टाफ्स से एक के बाद एक सवाल पूछे, तो सभी बगले झांकने लगे। जब प्रिंसिपल जगरानी कुजूर के बारे में पूछा गया, तो वहां मौजूद स्टाफ्स ने बताया गया कि वह इलाज कराने गई हैं और पांच तारीख को स्कूल ज्वाइन कर लेंगे। जब छुट्टी का एप्लीकेशन मांगा गया तो न कोई लिखित सूचना मिली और न ही किसी को प्रभार दिए जाने की बात सामने आई। स्कूल के डॉक्यूमेंट्स मांगने पर बताया गया कि सब कुछ रूम में लॉक कर प्रिंसिपल चाबी अपने साथ ले गई हैं। इसके बाद डिप्टी कलेक्टर ने मौके पर मौजूद टीचर महेंद्र शर्मा से एक आवेदन लिखवाया और उसे लेकर चली गई।

लाइब्रेरी नहीं कबाड़ खाना

डीसी ने जब स्कूल के स्टाफ महेंद्र से डॉक्यूमेंट्स की मांग की तो उन्होंने बताया कि उन्हें मौखिक रूप से स्कूल चलाने का निर्देश दिया गया है। वहीं जो भी कागजात आपको चाहिए वह कमरे में बंद है और उसकी चाबी भी मैडम साथ में ले गई हैं। उनके आने के बाद ही डाक्यूमेंट्स मिलेगा। वहीं तडि़त चालक, खेलने का सामान, फायर एक्सटिंग्विशर भी कमरे में बंद पड़ा है। इसके बाद जब वह लाइब्रेरी देखने पहुंची तो वहां क्लास चल रही है। वहीं, साइड में पुरानी किताबों और कापियों का अंबार लगा है, जो लाइब्रेरी कम कबाड़ खाना ज्यादा लग रहा है।

डिप्टी कलेक्टर ने पूछे सवाल

-कब से चल रहा है स्कूल?

-स्कूल में सफाई भी होती है या नहीं?

-तडि़त चालक कमरे में बंद रखने के लिए है क्या?

-खेलने का सामान कहां है ?

-कमरे में बंद है फायर ब्रिगेड तो आग कैसे बुझेगी ?

-स्कूल में कितने है टीचर्स?

-क्या है टीचर्स की क्वालिफिकेशन ?

-पीटी टीचर है या नहीं ?

वर्जन

मुझे स्कूल के पेपर्स और व्यवस्था देखने के लिए भेजा गया था, लेकिन वहां तो कोई व्यवस्था ही नहीं है। चारों ओर गंदगी है। यहां तक कि लाइब्रेरी में भी किताबों की जगह कचरे का अंबार लगा हुआ है। इसकी रिपोर्ट बनाकर डीइओ को सौंप दूंगी। उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

-यूनिका शर्मा, डिप्टी कलेक्टर

स्कूल के रजिस्ट्रेशन को लेकर शिक्षा विभाग से कुछ पेपर मांगे गए हैं, जो कि मैं रांची पहुंचते ही उपलब्ध करा दूंगी। जहां तक बिना एप्लीकेशन के छुट्टी पर जाने की बात है, तो तबीयत ज्यादा खराब हो गई थी। इसलिए अचानक से छुट्टी पर जाना पड़ा।

-जगरानी कुजूर, प्रिंसिपल, सेंट अल्बर्ट हाइ स्कूल