RANCHI: क्राइम कंट्रोल के लिए गठित शांति सभा में शामिल होने वाले एक निजी स्कूल के प्रिंसिपल समराय पाहन की नक्सलियों ने रविवार रात गोली मारकर हत्या कर दी। मर्डर नौ बजे रात को हुआ, जब समराय तिलमा स्थित अपने निजी स्कूल में थे। उन्हें छह गोलियां मारी ग‌ई्र हैं। पुलिस ने आधा दर्जन खोखा भी घटनास्थल से बरामद किया है। सोमवार की शाम खूंटी एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा ने घटना में माओवादियों का हाथ होने की पुष्टि की।

7-8 नक्सलियों ने किया था हमला

एसपी ने बताया कि शुरुआती जांच में हत्या में माओवादियों का हाथ होने के संकेत मिले हैं, पर जांच पूरी होने के बाद ही अंतिम रूप से कहना संभव हो सकेगा। घटना की जानकारी मिलने पर एसडीपीओ रणवीर सिंह पुलिस बल के साथ तिलमा के उस स्कूल में पहुंचे, जिसमें समराय पाहन की हत्या हुई थी। इसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। हत्या में सात से आठ हथियारबंद नक्सलियों के शामिल होने की जानकारी पुलिस को मिली है।

शांति सभा में शामिल होनेवालों को मिली थी धमकी

मारे गए प्रधानाध्यापक समराय पाहन सामाजिक गतिविधियों में भाग लेते थे। वे अमन पसंद व्यक्ति थे। अपराध उन्मूलन के लिए गठित शांति सभा के आयोजनों में पहले भी भाग लेते रहे हैं। इस कारण माओवादियों और उग्रवादियों के निशाने पर थे। हत्या की घटना को अंजाम देने के बाद विद्यालय के ब्लैक बोर्ड पर लिखा गया था कि जो भी शांतिसभा के सदस्य रहेंगे उन सभी का यही हाल होगा। इस बात से यह संकेत मिला है कि शांतिसभा के सदस्यों के नाम यह खुली चेतावनी है। शांतिसभा द्वारा क्षेत्र में शांति बहाली करने, लोगों को न्याय दिलाने के नाम पर दिसंबर ख्0क्म् से पहले जगह-जगह बैठकें की जाती थीं। हालांकि, एसपी ने इस बात से स्पष्ट इन्कार किया है कि उनके कार्यकाल में कोई शांति सभा या एसपीओ नहीं है।