- प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा एवं अपर मुख्य सचिव अनीता भटनागर ने किया निरीक्षण

- कैंपस में पसरी गंदगी पर स्टाफ को फटकार लगाई।

Meerut : प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा एवं अपर मुख्य सचिव अनीता भटनागर ने मंगलवार को मेडिकल कालेज का निरीक्षण किया। साथ ही चिकित्सा सुविधाओं एवं निर्माण कार्यो की समीक्षा भी की। उन्होंने मेडिकल कॉलेज में फैकल्टी की कमी दूर करने के लिए प्रस्ताव मांगा। मरीजों की बेहतर चिकित्सा के लिए स्टाफ के पेच भी कसे और कैंपस में पसरी गंदगी पर स्टाफ को फटकार लगाई। मेडिकल कालेज के अपग्रेडेशन को लेकर अगले पांच वर्ष का प्रस्ताव वह अपने साथ लेकर लखनऊ गई।

इमरजेंसी का निरीक्षण

प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा अनीता भटनागर मंगलवार सुबह पौने दस बजे कैंपस पहुंच गई। सबसे पहले उन्होंने इमरजेंसी का निरीक्षण किया। मरीजों के इलाज के लिए उपलब्ध सुविधाओं के बारे में स्टाफ से भी जानकारी ली। उन्होंने ग्लूकोज, दवाओं एवं सर्जिकल आइटम की उपलब्धता के बारे में भी स्टाफ से पूछा। दो मरीजों से बातचीत कर चिकित्सा सुविधाओं की भी नब्ज टटोली।

मरीजों की भीड़ देख भड़की

उन्होंने ट्रामा सेंटर एवं माड्यूलर ओटी के बारे में भी पूछा। इसके बाद वह दूसरे तल पर बनी सेंट्रल लैब पहुंच गई, जहां जांच कराने वालों की लंबी कतार देखकर भड़क गई। कहा कि यहां मरीजों के लिए कोई इंतजाम नहीं हैं। साथ ही उन्होंने शौचालय का भी निरीक्षण किया, जहां भयावह गंदगी मिली। इसके बाद वह गायनी वार्ड पहुंचीं, जहां पहले से भरपूर सफाई कर ली गई थी। उन्होंने प्रति माह होने वाले प्रसव, उनकी सुविधाओं एवं न्यू बॉर्न बेबी की नर्सरी की भी जानकारी ली। उन्होंने रजिस्टर को मेंटेन करने की हिदायत दी। उन्होंने विभाग में कार्यरत फैकेल्टी का पूरा ब्यौरा भी तलब किया।

ब्लड बैंक भी देखा

बाद में वह ब्लड बैंक पहुंची, जहां उन्होंने ब्लड सेपरेशन यूनिट का पूरा रिकार्ड खंगाला। उन्होंने बेहतर ढंग से डाक्यूमेंटेशन करने के लिए कहा। प्रमुख सचिव ने कहा कि ब्लड बैंक को हर माह खराब हो जाने वाले रक्त, कैंपों से जुटाए गए रक्त एवं बाहर के मरीजों को दिए गए यूनिट की जानकारी अपडेट रखनी चाहिए। उनके साथ प्राचार्य डा। केके गुप्ता, सीएमएस डा। विभू साहनी, डा। विनय अग्रवाल, डा। एसपी गर्ग, डा। अजीत चौधरी, एवं डा। सचिन समेत तमाम चिकित्सक शामिल हुए।