-आईजी का छापा भी बेअसर, मौज काट रहे हैं संदीप और पीयूष

-आईजी के जेल से बाहर निकलते ही हर सुविधा मुहैया कराई जाने लगी

-कुछ घंटे ही आम बंदियों की तरह रहे, आईजी के जाते ही मिली छूट

KANPUR :

जेल में आईजी के छापे के बाद भी बिगड़ैल संदीप और पीयूष की ऐश बन्द नहीं हुई है। आईजी के जेल से निकलने के कुछ घंटों बाद ही उनको दोबारा लग्जरी सामान मुहैया करा दिया गया। जिसे देख जेल में उनके रसूख और पैसे की चर्चा होने लगी है। इधर, बुधवार को बिगड़ैल संदीप की जमानत पर बहस पूरी हो गई है। कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलील को सुनने के बाद फैसला सुरक्षित कर लिया है।

शिवराज टुबैको का बिगड़ैल और शराबी मालिक संदीप अपनी पत्नी ऋचा को अगवा कर हत्या के प्रयास में जेल में बंद है, जबकि राकेश ओझा समेत अन्य साथी फरार चल रहे हैं। आईजी देवेंद्र चौहान के छापे में संदीप और ज्योति हत्याकांड के सूत्रधार पीयूष की बैरक में लग्जरी सामान मिला था। जिसे आईजी ने जब्त करवा कर जांच का आदेश दिया। आईजी के बाहर निकलने के कुछ घंटों तक संदीप और पीयूष आम बंदियों की तरह रहे, लेकिन शाम होते ही उनको दोबारा जरूरत का हर सामान मुहैया करा दिया गया। सोर्सेज के मुताबिक दोनों को दोबारा सुविधाएं मुहैया कराने के लिए उनसे अलग से सुविधा शुल्क लिया गया है। जिसको लेकर बंदियो और बंदी रक्षकों में कानाफूसी होने लगी है।

फरार राकेश ओझा ने कराई सेटिंग

बिगड़ैल संदीप ने राकेश ओझा समेत अन्य साथियों की मदद से पत्नी ऋचा को अगवा कर उसकी हत्या की कोशिश की थी। पुलिस ने संदीप को तो गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, लेकिन राकेश ओझा अभी भी खुलेआम घूम रहा है। वो माल रोड में टुण्डे कबाब की शॉप में पूरे दिन रहता है। इसके बाद भी पुलिस उसको गिरफ्तार नहीं कर रही है। बल्कि राजेश ही संदीप की हर सेटिंग करा रहा है। आईजी के जाने के बाद राजेश ही जेल पहुंचा था। वो संदीप के लिए जरूरत का सारा सामान ले गया था। पुलिस को इसकी जानकारी भी है, लेकिन दबाव के चलते उसकी गिरफ्तारी नहीं कर रही है।