- सत्ता के गलियारों में दलालों का सैरसपाटा

- कारागार मंत्री ने खुद पकड़ कर किया पुलिस को सौंपा

- कारागार मंत्री ने अपने विभाग के अनुभागों पर मारा छापा

- विभागों में खामियां ही खामियां, चेतावनी देकर छोड़ा

LUCKNOW: मंडे को उस वक्त सचिवालय के कारागार विभाग के ऑफिस में हड़कंप मच गया जब कारागार मंत्री ने खुद एक दलाल को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। यह दलाल कैदियों को पेरोल दिलाने के नाम पर लोगों से पैसा लेता था। रामूवालिया सुबह 11 बजे अनुभाग तीन और चार में पहुंचे। वहां सबसे पहले लोगों की हाजिरी चेक की। जिसमें दो लोग गैरहाजिर पाये गये। वहां मौजूद एक अन्य युवक के बारे में जब जानकारी हासिल की तो पता चला कि वह विभाग का व्यक्ति ही नहीं था। पूछताछ में पता चला कि वह दलाल था, जो पेरोल दिलाने के नाम पर पांच हजार रुपये लेकर पहुंचा था। विधानसभा की सिक्योरिटी को बुलाकर जेल मंत्री ने उसे पुलिस के हवाले कर दिया।

अनुभागों में मिली खामियां

रामूवालिया ने बताया कि अनुभागों में खामियां ही खामियां नजर आई। जिन अनुभागों में छापे मारे गये वहां पेरोल और पब्लिक से जुड़े काम होते हैं। जेल मंत्री ने बताया कि विभाग में कोई काम नहीं करना चाहता। हालत यह है कि अनुभाग को भेजे गये पेरोल के 225 मामलों में सिर्फ 23 पर ही कार्रवाई की गयी थी। औचक निरीक्षण के दौरान शिकायतकर्ताओं की महीनों से पड़ी अप्लीकेशन भी उन्होंने पायी जिसपर दो से तीन दिन में कार्रवाई हो जानी चाहिए थी।

चेक की योजनाओं से जुड़ी फाइलें

रामूवालिया ने बताया कि किसी भी फाइल का जन्म अनुभागों से ही होता है। यहीं से फाइल अगर लेट होंगी तो काम की स्पीड स्लो हो जाएगी। रामू वालिया ने अनुभाग में ही बैठ कर जेलों में होने वाले कामों की फाइलें भी चेक करनी शुरू कर दी और साथ ही अधिकारियों की क्लास भी लगाई। मंत्री के अनुभागों में औचक निरीक्षण की खबर पाकर विभाग से जुड़े दूसरे अधिकारी भी अनुभाग तीन और चार पहुंच गये।

फाइलों का किया निरीक्षण

कारागार मंत्री ने विभिन्न जेलों में आरओ की व्यवस्था, पीसीओ लगाये जाने की कार्रवाई और सीसीटीवी से संबंधित फाइलें तलब की और इन पर तेजी से काम करने के निर्देश दिये।

विभाग के अधिकारियों और दूसरे कर्मचारियों को भी हमारा साथ देना होगा। लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आज मैने औचक निरीक्षण किया है और चेतावनी दी है। अगली बार चेतावनी नहीं दूंगा सीधे कार्रवाई करूंगा।

बलवंत सिंह रामूवालिया, कारागार मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार।