DEHRADUN: स्कूलों के नोटिस बोर्ड पर सभी प्रिंसिपल्स व टीचर्स के फोटोग्राफ व मोबाइल नंबर्स चस्पा करने को लेकर निजी स्कूलों ने मानने से इंकार कर दिया है। साफ कहा गया है कि प्राइवेट स्कूलों की लेडीज टीचर्स की प्राइवेसी पर सवाल उठ सकते हैं। इस बावत बकायदा सभी निजी स्कूलों ने शिक्षा मंत्री से मिलने का निर्णय लिया है। यही नहीं यह भी कहा कि जरूरत पड़ने पर निजी स्कूल मुख्यमंत्री से भी मुलाकात करेंगे। रेयान इंटरनेशनल मामला सामने आने के बाद पिछले दिनों सरकार ने सूबे में सभी सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों के बाहर नोटिस बोर्ड पर प्रिंसिपल्स, टीचर्स व बाकी स्टॉफ के फोटोग्राफ व मोबाइल नंबर जैसी सूचना चस्पा कराने के निर्देश दिए थे।

 

 

सोमवार को पेस्टलवीड स्कूल में इस मुद्दे पर बैठक बुलाई गई। जिसमें दून के अलावा ऋषिकेश, विकासनगर के स्कूलों के प्रिंसिपल्स ने शिरकत की। प्रिंसिपल्स प्रोगेसिव स्कूल एसोसिएशन के बैनर तले आयोजित हुई बैठक में सर्वसमत्ति से निर्णय लिया गया कि स्कूल के नोटिस बोर्ड पर मोबाइल या फिर फोटो प्रोफाइल चस्पा करने के बाद कुछ असमाजिक तत्व लेडी टीचर्स के अलावा फिमेल स्टॉफ को बेवजह फोन कर सकते हैं। निर्णय लिया गया कि इस बारे में जल्द ही शिक्षा मंत्री से पीपीएसए के डेलीगेशन अपनी समस्या लेकर मुलाकात करेगा। जरूरत पड़ने पर मुख्यमंत्री से भी वार्तालाप की जाएगी।

 

एनसीईआरटी की पुस्तकों पर मांगा वक्त

बैठक में एनसीईआरटी की पुस्तकों को लागू किए जाने के मुद्दे पर पीपीएसए की बैठक में बताया गया कि 9 से लेकर क्ख्वीं की कक्षाओं में पुस्तकें लागू कर दी गई हैं। जबकि एक से लेकर 8वीं तक की कक्षाओं में सरकार से समय मांगने का अनुरोध किया जाएगा। पीपीएसए के अध्यक्ष प्रेम कश्यप का कहना है कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत स्वच्छ दून के लिए पहली अक्टूबर को पांच हजार छात्र-छात्राएं दून की सड़कों पर सफाई के लिए निकलेंगे।