एक्सक्लूसिव
-शहर की दर्जनों टूर एंड ट्रैवल्स एजेंसियां परिवहन विभाग को लगा रहीं हर महीने करोड़ों का चूना
-एजेंसी को ग्रुप या पार्टी बुक करने का मिला है परमिट, एक-एक पैसेंजर की हो रही बुकिंग
-आरटीओ डिपार्टमेंट के अफसरों की मिलीभगत से चल रहा है पूरा खेल, भर रहे निजी तिजोरियां
KANPUR : पैसेंजर्स की कमी की वजह से रोडवेज घाटे पर चल रहा है, लेकिन आरटीओ ऑफिसर्स की मिलीभगत से पैरलल रोडवेज चला रही टूर एंड ट्रैवेल्स एजेंसीज खूब फल-फूल रही हैं। नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए ज्यादातर टूर एंड ट्रैवेल्स कम्पनीज रोडवेज की तरह डेली इंटर स्टेट बस सर्विस सुविधा दे रही हैं। जितनी टूर एंड ट्रैवेल्स कम्पनीज आरटीओ में रजिस्टर्ड हैं, उससे कहीं ज्यादा फर्जी चल रही हैं। एक-एक दिन में विभिन्न स्टेट के लिए एक-एक दर्जन तक बसें चला रही हैं। नतीजा ये हो रहा है कि रोडवेज को हर महीना करोड़ों का चूना लग रहा है। प्रदेश में सत्ता बदलते ही शासन ने रवैया सख्त किया तो अब इस खेल की परतें खुलती जा रही हैं।
एक-एक सवारी बुक करना गलत
शहर में दो दर्जन से अधिक ट्रैवल्स एजेंसी अब भी परिवहन निगम के नियमों को ताक पर रखकर लग्जरी टूरिस्ट बसों को चला रहे हैं। ट्रैवल्स एजेंसियां पार्टी बुक करने के बजाय एक-एक यात्री की टिकट बुक कर बसों को ऑल इंडिया परमिट में चला रहे हैं। हाल ही में शहर के बड़े ट्रैवल्स एजेंसी शताब्दी बस सर्विस के यहां इनकम टैक्स का छापा पड़ने के बाद यह जगजाहिर हो गया कि ट्रैवल्स एजेंसी संचालक कैसे आरटीओ अधिकारियों से मिल बसों की डग्गामारी करते आ रहे हैं। आरटीओ अधिकारियों की माने तो ट्रैवल्स एजेंसी सिर्फ पार्टी बुक कर सकते हैं। एक-एक यात्रियों की टिकट बुक कर बसों को अंतर्राज्यीय चलाना परिवहन निगम के नियमों के विरुद्ध है।
22 बसों के खिलाफ कार्रवाई
एआरटीओ प्रवर्तन सुनीता वर्मा के आय से अधिक रुपए पकड़े जाने व शताब्दी ट्रैवल्स एसेंजी के यहां से मिले अहम दस्तावेजों के बाद आरटीओ बसों की डग्गामारी के प्रति गंभीर हो गया है। फ्राइडे आरटीओ के दिशा निर्देश पर सचेंडी में फ्राइडे की देर रात डग्गामारी करने वाली लग्जरी बसों के खिलाफ अभियान चलाया गया। जिसमें आरटीओ के प्रवर्तन दल ने कुल 18 बसों का जुर्माना कर 4 बसों की सीज कर दिया है।
दो दर्जन से अधिक ट्रैवल्स रजिस्टर्ड
आरटीओ सोर्सेज की मानें तो शहर में दो दर्जन से अधिक टै्रवल्स एजेंसिया रजिस्टर्ड हैं। जिनकी बसें टूर कानपुर से अंतर्राज्यीय चलती हैं। कुछ ट्रैवल्स एजेंसी तो अपनी बसों को पार्टी टूर में ही बाहर भेजती हैं, लेकिन एक दर्जन से अधिक ट्रैवल्स एजेंसियां पार्टी बुक न कर एक-एक यात्रियों की ऑनलाइन व विंडो टिकट बुक कर बसों को टूर में भेज डग्गेमारी करते हैं।
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बिना रजिस्ट्रेशन जमकर कमाई
बीते छह माह से शहर में कुछ टै्रवल्स एजेंसी ऐसी भी खुल गई हैं, जिनकी कहीं लिखा पड़ी नहीं है। इन ट्रैवल्स एजेंसियों के पास एक भी बस नहीं है। यह शहर की बड़ी ट्रैवल्स एजेंसियों से बस किराए में लेते हैं। इसके बाद यह एजेंसी ऑनलाइन व विंडो टिकट यात्रियों को बिक्री करते हैं। बस में पर्याप्त यात्री मिल जाने पर यह किराए में ली गई बसों को टूर में भेज देते हैं। अगर बस में पर्याप्त यात्री नहीं मिले तो यह दूसरे फर्जी ट्रैवल्स एजेंसियों से संपर्क कर टिकट ले चुके यात्रियों को उनकी बसों में भेज देते हैं।
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परिवहन निगम को लाखाें का चुना
प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद प्रदेश के चीफ सेक्रेट्री ने परिवहन निगम की बसों की आय बढ़ाने के लिए डग्गामारी करने वाले ट्रैवल्स एजेंसियों पर शिकंजा कसने का आदेश दिया। जिसके बाद एक सप्ताह में आरटीओ के प्रवर्तन दल ने दो बार सचेंडी रोड पर डग्गामारी करने वाली लग्जरी बसों के खिलाफ अभियान चला 24 बसों के खिलाफ कार्रवाई की, जिनके परमिट कैंसिल करने के लिए आरटीओ ने मुख्यालय भेजा है।
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इंटर स्टेट जाने वाली प्राइवेट बसें
- 29 रजिस्टर्ड ट्रैवल्स एजेंसी
- 46 फर्जी ट्रैवल्स एजेंसी
- 5000 लगभग पैसेंजर्स की संख्या प्रतिदिन
- 100 से अधिक प्राइवेट बसें प्रतिदिन रवाना होती हैं
- दिल्ली, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, गुजरात तक फैला नेटवर्क
इंटर स्टेट जाने वाली रोडवेज बसें
बसों की संख्या -- 77
पैसेंजर्स की संख्या लगभग 4000
दिल्ली- 62
उत्तराखंड-1
राजस्थान- 8
मध्यप्रदेश-2
नेपाल- 4
(रोडवेज ऑफिस के मुताबिक)
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बसों के खिलाफ अभियान जारी है, निरंतर कार्रवाई की जा रही है। एक सप्ताह में 35 से ज्यादा बसों पर कार्रवाई की जा चुकी है।
-प्रभात पांडेय, एआरटीओ।