- सेंट्रल पूल से औसत से कम हो रही सप्लाई

- आने वाले दिनों में झेलनी पड़ सकती है बिजली किल्लत

DEHRADUN: पहाड़ों में बर्फबारी और सर्द मौसम के चलते बिजली उत्पादन प्रभावित हो रहा है, जिससे बिजली की किल्लत से लोगों को जूझना पड़ सकता है। केंद्रीय पूल से मिलने वाली बिजली में भी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। हालांकि, बिजली निगमों ने कहा कि बिजली आपूर्ति बाधित नहीं होने दी जाएगी।

सेंट्रल पूल से कम आपूर्ति

सेंट्रल पूल से राज्य को 12 से 13 मिलियन यूनिट बिजली मिलती थी, जो पिछले पांच दिनों से महज साढ़े सात मिलियन यूनिट ही मिल पा रही है। इसकी प्रतिपूर्ति के लिए ऊर्जा निगम को करीब तीन एमयू बिजली बाजार से खरीदनी पड़ी। यूपीसीएल के मुख्य अभियंता एवं प्रवक्ता एके सिंह के मुताबिक सेंट्रल पूल से मिलने वाली बिजली में कमी ग्रिड पर लोड बढ़ने के कारण हो जाती है। इस बिजली में कटौती नॉर्दन रीजन लोड डिस्पैच सेंटर के स्तर से होती है।

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बैंकिंग से मिल रही राहत

गर्मियों में सभी स्रोतों से मिलने वाली बिजली से सरप्लस स्थिति थी। उलराखंड विद्युत नियामक आयोग के निर्देश पर पंजाब को एडवांस बैंकिंग के तहत बिजली दी गई। इसी कारण उलराखंड को 11 प्रतिशत अधिक बिजली मिल रही है। वर्तमान में प्रतिदिन चार से पांच एमयू बिजली मिल रही है।