JAMSHEDPUR: एमबीए का पाठ्यक्रम निर्णय लेने की क्षमता को विकसित करता है। यही इसका मुख्य काम है। सभी नौकरी की तलाश न करें बल्कि जॉब क्रिएटर बनें। उन्होंने छात्राओं से कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में सौर ऊर्जा से बिजली उपलब्ध कराएं और उनसे एक सामान्य शुल्क का संग्रहण करें। ये बातें सोमवार को वीमेंस कॉलेज में एमबीए की छात्राओं को संबोधित करते हुए रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट विक्रम एम संपत ने कहीं। उन्होंने कहा कि शिक्षक कैसे पढ़ाएं, इसका सॉफ्टवेयर छात्र-छात्राएं ही तैयार करें। गांव के साथ शहर को जोड़ना आवश्यक है। गांव में दो-तीन रुपये प्रति किलो टमाटर बिकता है और शहर आने पर 10 रुपये किलो बिकता है। छात्राएं टमाटर शहर पहुंचाकर भी अर्थोपार्जन कर सकती हैं।

52 फीसदी युवाओं की आबादी

विक्रम एम संपत ने कहा कि भारत की 125 करोड़ करोड़ आबादी में से 52 प्रतिशत युवाओं की आबादी है। इसमें से हर साल 2.5 करोड़ युवा नौकरी के लायक होते हैं। इतने लोगों को नौकरी देना किसी भी सरकार के वश की बात नहीं है। इस कारण युवाओं को अपने ही रोजगार के अवसर प्रदान करने होंगे। उद्यमिता की ओर कदम बढ़ाना होगा। ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराने में एमबीए की छात्राओं की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। ग्रामीण महिलाओं को रोजगार मिलने से ही दारू का आतंक रुकेगा। यह आतंक रुकने से वह क्षेत्र प्रगति के पथ पर अग्रसर होगा। इसके लिए कई कंपनियां भी सीधे तौर पर ग्रामीण महिलाओं को रोजगार उपलब्ध करा रही है।

छात्राओं ने पूछे सवाल

उन्होंने इस दौरान कई छात्राओं से सवाल-जवाब किया। छात्राओं के जवाब से वे काफी संतुष्ट दिखे। यह भी कहा कि छात्राएं अगर इतना जवाब दे रही है तो इसका मतलब यही है कि इस शैक्षणिक संस्थान में छात्राएं पढ़ रही है। इस मौके पर प्रिंसिपल डॉ पूर्णिमा कुमार, एकेडमिक काउंसिल की कोर्डिनेटर डॉ दीपा शरण, डॉ पियाली विश्वास सहित कई शिक्षिकाएं उपस्थित थे।

पहली बार कॉलेज पहुंचे रिलायंस के अधिकारी

कोल्हान विश्वविद्यालय की स्थापना के बाद पहली बार किसी प्रमुख कंपनी के अधिकारी ने कॉलेज पहुंचकर छात्राओं को संबोधित किया। सोमवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेसीडेंस विक्रम एम संपत ने छात्राओं को संबोधित किया। छात्राएं रिलायंस की इस अधिकारी की सादगी देखकर भी दंग रह गए।