विश्व बैंक देगा प्रोजेक्ट के लिए रुपए

वन्य जीवों के साथ संघर्ष में मृत्यु होने पर मृतक के परिजनों को 5 लाख रुपये मुआवजे पर विचार

DEHRADUN:

उत्तराखंड में लगातार बढ़ रही मानव-वन्य जीव संघर्ष की घटनाओं को रोकने के लिए क्भ्0 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट तैयार किया गया है। यह राशि विश्व बैंक से ली जाएगी। प्रोजेक्ट पर जल्दी काम शुरू कर दिया जाएगा। वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ। हरक सिंह रावत ने सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने वन्य जीवों के साथ संघर्ष में मृत्यु होने पर मृतक के परिजनों को भ् लाख रुपये मुआवजा देने पर विचार कर रही है। अब तक ऐसे मामलों में फ् लाख रुपये दिये जाते हैं। इसके अलावा मामूली घायलों को क् लाख और गंभीर घायलों को ख् लाख रुपये देने का प्रस्ताव है।

वनों की आग पर ड्रोन से नजर

उन्होंने कहा कि जंगलों में लगने वाली आग दैवीय आपदा घोषित होने के बाद आग लगने की सूचना मिलते ही पूरी सरकारी मशीनरी इस काम में जुट जाएगी। इसके अलावा घटनाओं पर नजर रखने के लिए इस बार ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है, हल्द्वानी में इसकी शुरुआत की गई है।

केंद्र सरकार से मिले क्7 करोड़

रावत ने कहा कि राज्य सरकार ने फॉरेस्ट फायर की घटनाओं से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने ब्8 करोड़ रुपये मांगे थे, जिसमें से राज्य सरकार को क्7 करोड़ रुपये ही मिल पाये हैं, फिलहाल पहले से मौजूद संसाधनों से ही आग की घटनाओं पर काबू पाने के प्रयास होंगे, हालांकि वनाग्नि घटनाओं से निपटने के लिए ईश्वरीय कृपा की भी उम्मीद जताई।

हल्द्वानी व कण्वाश्रम में बनेगा जू

उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने हल्द्वानी में जू बनाने की घोषणा की थी, जिस पर काम शुरू नहीं हो सका। अब भाजपा सरकार इस काम को प्राथमिकता के आधार पर करने जा रही है। इसके अलावा कोटद्वार के निकट कण्वाश्रम में भी मिनी जू बनाया जाएगा। कण्वाश्रम को जू के साथ ही इंटरनेशनल टूरिस्ट प्लेस के रूप में विकसित किया जाएगा।

कंडी रोड खोलने के होंगे प्रयास

गढ़वाल से कुमाऊं को मिलाने वाली कंडी रोड खोलने के हरसंभव प्रयास किये जाएंगे। वनमंत्री ने कहा कि इस सड़क के खुलने से कार्बेट पार्क की वन्य जीवों की भी रक्षा होगी। सड़क के साथ कार्बेट नेशनल पार्क की फेंसिंग की जाएगी।

फसलों के नुकसान पर मुआवजा

वन्य जन्तुओं के कारण फसलों को होने वाले नुकसान के लिए राज्य सरकार मुआवजा राशि बढ़ाने जा रही है। डॉ। हरक सिंह ने कहा कि यदि किसी किसान की फसल को वन्य जीव नष्ट कर देते हैं और राजस्व विभाग द्वारा इसकी पुष्टि कर दी जाती है कि प्रभावित किसान को आपदा में हुए नुकसान के समान मुआवजा दिया जाएगा।

कोटद्वार के पास खुलेगा टाइगर रिजर्व का गेट

रावत ने कहा कि कोटद्वार के निकट सनै में भी टाइगर रिजर्व का गेट खोला जाएगा। इसके लिए सिद्धबली के पास रिसेप्शन बनाया जाएगा और दिल्ली से उत्तराखंड तक इसका बड़े पैमाने पर प्रचार किया जाएगा। अभी तक केवल रामनगर में गेट होने के कारण यहां भारी भीड़ हो जाती है और अधिकांश पर्यटक अनुमति न मिलने के कारण वापस लौट जाते हैं। दिल्ली से रामनगर गेट ख्भ्0 किमी दूर है, जबकि सनै गेट दिल्ली से मात्र ख्0भ् किमी की दूरी पर होगा।