- शहीद मंगल पांडे और कनोहर लाल में नाम वापसी के बाद पैनल जुटे जीत की तैयारी में

- नाम कटा तो छात्र संघ की प्रत्याशियों ने किया विरोध

- हर कोई करने लगा अपनी अपनी जीत के दावे

Meerut : नाम वापसी के बाद अब दो ग‌र्ल्स कॉलेजों में फाइनल पैनल जीत की तैयारी में जुट गए हैं। कॉलेजों में प्रत्याशियों ने अपने खास एजेंडे लेकर बड़े बड़े दावे करना शुरू कर दिया है। जहां कुछ कॉलेजों में सुधार कराने के वायदे किए जा रहे हैं। तो कुछ कर रहे हैं असामाजिक तत्वों को जड़ से मिटाने का दावा। वहीं किसी पार्टी ने छात्राओं के हित में काम करने व भ्रष्टाचार मिटाने का प्रण लिया है। कनोहर लाल व शहीद मंगल पांडे ग‌र्ल्स डिग्री कॉलेज में नाम वापसी के बाद अब पार्टियां अपनी जीत के लिए नए-नए दावे करती नजर आ रही हैं। शहीद मंगल पांडे ग‌र्ल्स कॉलेज में नाम वापसी के बाद क्ब् उम्मीदवार मैदान में हैं, वहीं कनोहर लाल पीजी में पांच उम्मीदवारों के नॉमिनेशन कैंसल कर दिए गए। इसके बाद क्फ् उम्मीदवार मैदान में बचे हैं।

गुलाबी गैंग बनकर करेंगे काम

शहीद मंगल पांडे ग‌र्ल्स कॉलेज में एबीवीपी ने कॉलेज में जीत के बाद छात्राओं की सुरक्षा करने का जिम्मा उठाने की बात कही है। कॉलेज के बाहर व अंदर छात्राओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी का बीड़ा उठाने के लिए एबीवीपी पैनल ने गुलाबी गैंग बनकर काम करने का दावा किया है। एबीवीपी की प्रीति गौड़ और अमृता के अनुसार कॉलेज के आसपास होने वाले सभी शराब के ठेकों को बंद कराया जाएगा। केवल इतना ही नहीं कॉलेज के बाहर होने वाले शरारती तत्वों के खिलाफ आवाज बुलंद कर सख्ती बरती जाएगी। अराजक तत्वों पर रोक लगाने के लिए भी भरपूर प्रयास करने का दावा खुद को गुलाब गैंग कहने वाली ये पार्टी कर रही है। संगठन ने अपने पैनल बैनर का कलर भी गुलाबी रंग रखा है। पार्टी में अध्यक्ष प्रीति गौड़, उपाध्यक्ष अमृता, कोषाध्यक्ष प्रियम सिंह, महामंत्री के पद पर संध्या गुप्ता हैं।

हमारी पार्टी को चाहे शराब के ठेके जलाने पड़ जाएं, हम हर हाल में इन शराब के ठेकों को बंद कराकर रहेंगे। यही हमारी पार्टी का मेन एजेंडा है।

प्रीति गौड़, अध्यक्ष पद उम्मीदवार एबीवीपी, शहीद मंगल पांडे

एबीवीपी ने फैसला लिया है कि हम जीत के बाद छात्राओं के साथ होने वाली हर तरह की दुर्घटनाओं से बचाने का प्रयास करेंगे। कॉलेज के अंदर व बाहर छात्राओं की सुरक्षा का गुलाबी गैंग बन ख्याल रखेंगे।

अमृता, उपाध्यक्ष पद उम्मीदवार, एबीवीपी, शहीद मंगल पांडे ग‌र्ल्स कॉलेज

कॉलेज को दिलाएंगे वाई फाई

एनएसयूआई ने इस बार कॉलेज को वाई फाई की व्यवस्था दिलाने का दावा किया है। एनएसयूआई के अनुसार कॉलेज की छात्राओं को फोटो कॉपी, नेट संबंधित कामों के लिए कॉलेज से बहुत दूर जाना पड़ता है। कॉलेज के आसपास कोई साइबर कैफे नहीं है, इसलिए कॉलेज में पहले वाई फाई का इंतजाम कराना है। एनएसयूआई से अध्यक्ष पद के लिए सपना सरोही, उपाध्यक्ष पद के लिए इंदु पचोरी, महामंत्री पद के लिए चीनू, संयुक्त सचिव पद के लिए राखी रानी व कोषाध्यक्ष पद के लिए राधा गुप्ता उम्मीदवार हैं।

जीत के बाद सबसे पहले कॉलेज को वाई फाई देने का हमारा वादा है। ताकि कॉलेज की छात्राओं को इधर-उधर धक्का न खाना पड़े।

सपना सिरोही, अध्यक्ष पद उम्मीदवार, एनएसयूआई, शहीद मंगल पांडे ग‌र्ल्स कॉलेज

आने-जाने में होती है परेशानी

सपा छात्र सभा ने इस बार कॉलेज आने-जाने में छात्राओं को होने वाली प्रॉब्लम को दूर करने का फैसला लिया है। पार्टी के अनुसार ऑन रोड से कॉलेज तक का पैदल का एक किलोमीटर का रास्ता बेहद खराब है। इतनी दूर छात्राओं को पैदल ही आना पड़ता है। इसलिए हम इस परेशानी को दूर करेंगे। सपा छात्र संगठन से अध्यक्ष पद के लिए कोमल सैनी, उपाध्यक्ष के लिए गीता, महामंत्री के लिए नीतू शर्मा, संयुक्त सचिव के लिए भारती, और कोषाध्यक्ष के लिए प्रियंका दावेदार हैं।

कॉलेज तक आने के लिए ऑटो या फिर किसी वाहन की व्यवस्था का वादा हमारी पार्टी छात्राओं से करती है।

कोमल सैनी, अध्यक्ष पद उम्मीदवार, सपा छात्र सभा, शहीद मंगल पांडे ग‌र्ल्स कॉलेज

छात्राओं को रोड से अंदर कॉलेज तक पहुंचने में पूरे एक किलोमीटर का रास्ता पैदल तय करना पड़ता है। हमारी पार्टी इस समस्या को दूर करेगी।

इंदु, उपाध्यक्ष पद उम्मीदवार, सपा छात्र सभा, शहीद मंगल पांडे ग‌र्ल्स कॉलेज

कनोहर लाल में कटे पांच नाम

कनोहर लाल डिग्री कॉलेज में जहां पहले चुनाव में टोटल क्8 कैंडिडेट का नामांकन हुआ था। वहीं अब नाम वापसी के बाद वैरीफिकेशन के बाद पांच कैंडिडेट्स के नॉमिनेशन कैंसल कर दिए गए है। अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवार प्रत्याशियों में दो उम्मीदवारों कृष्णा व मेधा शर्मा के नॉमिनेशन कैंसल किए गए हैं। सचिव पद से भी दो उम्मीदवारों पूजा रानी व चित्रा शर्मा के नॉमिनेशन कैंसल किए गए हैं। वहीं संयुक्त सचिव के पद से शालू अग्रवाल का नॉमिनेशन कैंसल किया गया है। चुनाव अधिकारी यशोदा बंसल के अनुसार नॉमिनेशन कैंसल करने का मुख्य कारण है कुछ की शार्ट अटेंडेंस व कुछ प्रत्याशी पहले भी चुनाव में खड़े हो चुके हैं। इसलिए नियमों से बाहर जाकर हम किसी को चुनाव की अनुमति नही दे सकते हैं।