- संविदा बिजली कर्मी और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने जम कर काटा हंगामा, दिनभर जाम रखा अशोक मार्ग,

-राहगीरों से की बदसलूकी तो स्कूली बच्चों का रिक्शा लौटाया

LUCKNOW: हिंद मजदूर किसान पंचायत के बैनर तले आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और संविदा बिजली कर्मियों ने मंगलवार को शक्तिभवन से लेकर जवाहर भवन तक डेरा डाल दिया। हजारों की संख्या में महिला व पुरुष प्रदर्शनकारियों ने अशोक मार्ग को पूरी तरह घेर लिया। सुबह के पीक टाइम पर शुरु हुए इस प्रदर्शन की वजह से शहर की रीढ़ मानी जाने वाली इस सड़क पर लंबा जाम लग गया। इस जाम का साइड इफेक्ट इस रोड से लिंक्ड सभी सड़कों पर दिखाई दिया जहां अचानक बढ़े ट्रैफिक के दबाव के कारण लंबा जाम लग गया। कोढ़ में खाज की हालत तब हुई जब स्कूलों में छुट्टी होने पर बच्चों को लेकर निकले उनके पेरेंट्स और स्कूल वैन्स भी इस जाम में शामिल हो गए। मंगलवार को दिनभर लखनवाइट्स प्रदर्शन के कारण लगे जाम से जूझते रहे। कई लोगों की ट्रेन्स छूट गई तो स्कूल के बच्चों को जाम में फंसकर भूखे-प्यासे रहना पड़ा।

पुलिस बनी रही मूकदर्शक

सुबह करीब क्0 बजे हजारों की संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां जवाहर भवन के सामने जा पहुंची। जबकि संविदा बिजलीकर्मी शक्तिभवन के सामने डट गए। इन प्रदर्शनकारियों ने पहले एक तरफ तो कुछ देर बाद दोनों तरफ की सड़क पर प्रदर्शनकारियों ने कब्जा कर लिया। जानकारी मिलने पर इंस्पेक्टर हजरतगंज अशोक कुमार वर्मा, इंस्पेक्टर महिला थाना कनकलता दुबे भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे लेकिन उन्होंने प्रदर्शनकारियों से दूरी बनाए रखी।

राहगीरों से की अभद्रता

पुलिस के मूकदर्शक बने रहने के कारण प्रदर्शनकारियों ने किसी तरह रोड से निकलने की कोशिश में जुटे राहगीरों से बदसलूकी शुरू कर दी। दोपहर करीब एक बजे कई स्कूलों में छुट्टी हुई। अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे संविदा बिजलीकर्मियों ने उपद्रवियों सा व्यवहार शुरू कर दिया। स्कूल से लौट रहे छोटे-छोटे बच्चों के रिक्शे और स्कूल वैन्स को उपद्रवियों ने वापस लौटा दिया। जबकि ट्रेन पकड़ने जा रहे कई यात्रियों को भी अपने ऑटो व कार को छोड़कर पैदल ही चारबाग रेलवे स्टेशन की ओर जाना पड़ा। शाम को हद तो तब हो गई जब प्रदर्शनकारियों ने पैदल जा रहे लोगों को भी सड़क से निकलने से रोक दिया और कई साइकिलों की हवा निकाल दी। इसे लेकर लोगों व प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें भी हुई।

पूरा शहर रहा जाम के आगोश में

अशोक मार्ग पर जाम से इससे जुड़ी सभी रोड्स पर जाम लग गया। आलम यह था कि विधानभवन के पीछे वाली रोड, राणा प्रताप मार्ग, लोहिया पथ, हजरतगंज, राजभवन रोड व जागरण चौराहा पर वाहनों की लंबी कतार लग गई। जिसके कारण मामूली दूरी तय करने में शहरियों को कई-कई घंटों तक इंतजार करना पड़ा। इस जाम में कई एंबुलेंस भी फंसी देखी गई जिनमें मरीज लेटे हुए थे, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें निकलने का रास्ता नहीं सूझ रहा था।

गुस्से में दिखे लखनवाइट्स

जाम के दौरान तकलीफ उठाने वाले लखनवाइट्स काफी गुस्से में दिख रहे थे। शक्तिभवन में कार्यरत राजेंद्र जायसवाल ने बताया कि ऑटो या रिक्शा न मिलने के कारण उन्हें पैदल चलना पड़ रहा है। पसीने से लथपथ निगम ने कहा कि अगर प्रदर्शनकारियों को अपनी मांगे मनवानी हैं तो वे विधानभवन या फिर किसी मिनिस्टर का घेराव करें। यह प्रदर्शनकारी आम पब्लिक को क्यों परेशान कर रहे हैं? उधर, ट्रैफिक जाम से परेशान इंदिरानगर निवासी कल्पना तिवारी ने बताया कि एक बजे उनकी ट्रेन है लेकिन जाम के कारण उन्हें अपना ऑटो छोड़ना पड़ा। उन्होंने बताया कि ऑटो वाले ने सिकंदरबाग चौराहे पर उतार दिया, जिसकी वजह से उन्हें अपना सामान खुद उठाकर पैदल स्टेशन जाने को मजबूर होना पड़ रहा है। कल्पना ने ऐसे प्रदर्शन पर सख्त नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि अगर प्रदर्शन करना ही है तो इसके लिये धरनास्थल है, आम लोगों को परेशान करके इन प्रदर्शनकारियों को क्या मिल जायेगा?