- नाराज परिजनों ने काटा हंगामा, गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप

- कई दिनों से मरीज का चल रहा था इलाज

<- नाराज परिजनों ने काटा हंगामा, गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप

- कई दिनों से मरीज का चल रहा था इलाज

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: मरीजों के इलाज में प्राइवेट हॉस्पिटल्स की मनमानी बढ़ती जा रही है। बुधवार को राजापुर के एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती बच्चे की मौत हो जाने के बाद परिजनों आपे से बाहर हो गए। उन्होंने हंगामा काटना शुरू कर दिया। माहौल बिगड़ता देख स्टाफ और डॉक्टर हॉस्पिटल छोड़कर भाग खड़े हुए। मामले की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया।

सुबह तक ठीक था, फिर कैसे हुई मौत

राजापुर शांतिपुरम के रहने वाले आशीष कुमार पांडेय के सात वर्षीय बेटे कुणाल पांडेय का इलाज इसी एरिया के आशा हॉस्पिटल में चल रहा था। बुखार से पीडि़त होने पर बच्चे को ख्ख् अगस्त को एडमिट कराया गया था। बुधवार सुबह अचानक उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। जिससे परिजन भड़क गए और हंगामा काटने लगे। उनका कहना था कि सुबह तक मरीज ठीक था। इसके बाद हॉस्पिटल स्टाफ ने उसे इंजेक्शन लगाया, जिससे कुणाल की हालत खराब होने लगी। देखते ही देखते उसने परिजनों की आंखों के सामने ही दम तोड़ दिया।

जवाब देना मुश्किल हुआ तो भाग गए

बच्चे की अचानक हुई मौत पर परिजनों के होश उड़ गए। उनका कहना था कि मरीज की मौत हॉस्पिटल की लापरवाही के चलते हुई है। इंजेक्शन लगाने से पहले वह बिल्कुल ठीक था। देखते ही देखते भीड़ बढ़ने लगी और परिजनों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। माहौल बिगड़ता देख हॉस्पिटल के डॉक्टर और स्टाफ भाग खड़े हुए। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची सिविल लाइंस पुलिस ने परिजनों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया। इसके बाद बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।