-इलेक्ट्रिसिटी के क्षेत्र में फ्रेंचाइजी से करोड़ों का नुकसान

-अमेंडमेंट बिल के खिलाफ होगी सांकेतिक हड़ताल

PATNA: केन्द्र सरकार की प्रस्तावित इलेक्ट्रिसिटी अमेंडमेंट बिल ख्0क्ब् में कई ऐसी खामियां हैं, जिसके कारण पॉवर सेक्टर में स्थिति और खराब होगी। ये बातें ऑल इंडिया पॉवर इंजीनियर्स फेडरेशन की फेडरल एग्जीक्यूटिव कमेटी की मीटिंग में पेसा के प्रेसिडेंट ई। जेके भानू ने कही। नई दिल्ली में देशभर के पॉवर इंजीनियर्स की इस मीटिंग में बिहार से पेसा के छह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल जिसमें महासचिव आरकेपी निराला, सचिव संजीव कुमार, आनंद सुमन, संरक्षक बीएल यादव व अन्य शामिल हुए। पेसा की ओर से इलेक्ट्रिक इंजीनियर्स, एवं पॉवर सेक्टर की चुनौतियों और कठिनाइयों पर चर्चा की गई। इसमें सभी प्रतिनिधियों ने इलेक्ट्रिसिटी अमेंडमेंट बिल का विरोध किया। इसके लिए तय हुआ कि अगर यह बिल संसद में रखा जाता है, तो नेशनल लेवल पर एक दिन का सांकेतिक हड़ताल किया जाएगा।

फ्रेंचाइजी से करोड़ों का नुकसान

बिजली का डिस्ट्रीब्यूशन फ्रेंचाइजी के माध्यम से हो रहा है। इसमें निजी घरानों को भी शामिल किया गया है। इस मामले पर केन्द्र व राज्य सरकार से अविलंब रोक लगाने की मांग की गई है। पेसा के अधिकारियों ने बताया कि केन्द्र की हठधर्मिता के कारण विद्युत विधेयक ख्000 का विरोध किया गया था। आगे यह विद्युत अधिनियम ख्00फ् का रूप ले लिया। इससे देश में 7ख्000 करोड़ के नुकसान की जगह पांच लाख करोड़ से भी ज्यादा का नुकसान हुआ है। सरकार को इस मामले पर घेरा जाएगा।