- सोरांव तहसील दिवस में अधिकारियों को घेरा, जमकर हंगामा

- व्यापारी, ग्रामीण, छात्र, कर्मचारी, किसान, अधिवक्ता समेत सैकड़ों लोगों ने किया प्रदर्शन

रोस्टर के अनुरूप बिजली न मिलने व अघोषित विद्युत कटौती लेकर लोगों का धैर्य मंगलवार को जवाब देता नजर आया। तहसील दिवस में सैकड़ों की संख्या में लोगों ने एसडीएम सोरांव समेत विद्युत विभाग व अन्य अधिकारियों का घेराव कर दिया। जिला पंचायत सदस्य अनिल केसरवानी व ग्राम प्रधान सोरांव मो। फारूक राईन के नेतृत्व में सैकड़ों किसान, व्यापारी, छात्र, कर्मचारी व उपभोक्ताओं ने सोरांव तहसील में चल रहे तहसील दिवस के दौरान नारेबाजी करते हुए परिसर में प्रवेश किया। इतनी भारी भीड़ देखकर अधिकारियों के होश उड़ गए। आनन फानन में विद्युत विभाग के एसडीओ को एसडीएम सोरांव ने तलब करते हुए ग्रामीणों को शांत कराने का प्रयास शुरू किया। एसडीओ द्वारा दो दिनों में विद्युत व्यवस्था दुरुस्त करने के आश्वासन के बाद लोग शांत हुए।

तहसील दिवस प्रभारी को सौंपा ज्ञापन

लोगों ने म् सूत्रीय ज्ञापन सौंपा प्रभारी तहसील दिवस के नाम सौंपा। जिसमें सोरांव टाउन में मीटरिंग प्रणाली लागू होने व शहर के बराबर विद्युत बिल वसूलने, लोड बढ़ाने, व्यवसायिक कनेक्शनों के बाद भी ग्रामीण रोस्टर के अनुसार बिजली देने की शिकायत करते हुए निस्तारण की मांग की गई।

तो जाएंगे न्यायालय

उपभोक्ताओं ने रणनीति बनाई कि यदि कहे गए समय में विद्युत व्यवस्था न सुधरी तो वह न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे। हंगामे के बाद उपभोक्ताओं की बेठक में विद्युत विभाग के विरुद्ध मुद्दों को तैयार करते हुए उसी के आधार पर केस करने का निर्णय लिया गया। बैठक में कहा गया कि सोरांव कस्बा के आस पास कई गांवों में शहरी बिजली दी जा रही है और ग्रामीण रेट का बिल लिया जा रहा है, परन्तु सोरांव में ठीक इसका उलटा है।