नोटबंदी के एक साल पूरे होने पर बुधवार को शहर राजनीतिक सरगर्मी तेज रही। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने नोटबंदी की सफलता को लेकर केक काटकर खुशियां जाहिर कीं। जगह-जगह सरकार की नीतियों से लोगों को अवगत कराया, वहीं कांग्रेस ने काला दिवस मनाकर नोटबंदी के फैसले को जनता के लिए नुकसानदेय बताया।

सरकार की बतायी नीतियां

एक साल पहले आठ नवम्बर को देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नोटबंदी की घोषणा की थी। नोटबंदी के एक साल पूरे होने पर इसकी सफलता को लेकर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह खुशियां जाहिर की। सारनाथ में पांच किलो का केक काटा। पब्लिक के बीच मिठाई बांटकर नोटबंदी को राष्ट्रहित में बताया। सिगरा में कार्यकर्ताओं ने पब्लिक के बीच जाकर सरकार की नीतियों से अवगत कराया। बताया कि केन्द्र सरकार देश हित में काम कर रही है। नोटबंदी का फैसला भी इसी से प्रेरित रहा। शिवाला में कार्यकर्ताओं ने बैठक कर सरकार के नोटबंदी के फैसले की सराहना की। वक्ताओं ने कहा कि नोटबंदी ने कालेधन पर लगाम लगाया। इसका फायदा आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को मिलेगा।

कांग्रेस ने नोटबंदी के खिलाफ मनाया काला दिवस

पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर कांग्रेसजनों ने बुधवार को काला दिवस मनाया। इस दौरान शास्त्री घाट पर धरना देने के साथ ही सरकार विरोधी नारेबाजी की। खास बात यह कि विरोध प्रदर्शन में मेयर प्रत्याशी शालिनी यादव भी शामिल हुई। बता दें कि कांग्रेस नेतृत्व ने आठ नवंबर को पूरे देश में काला दिवस मनाने की घोषणा की थी। उसी के तहत बनारस में भी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने मुंह पर काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। धरना स्थल पर हुई सभा में वक्ताओं ने बीजेपी सरकार के नोटबंदी को सदी का सबसे बड़ा घोटाला बताया। धरना में प्रजानाथ शर्मा, अजय राय, डॉ। राजेश मिश्र, अनिल श्रीवास्तव, कैलाश टंडन, सतीश चौबे, बैजनाथ सिंह, विजय शंकर मेहता, वीरेंद्र कपूर, शैलेंद्र सिंह, रामसुधार मिश्र, देवेंद्र सिंह, संजय चौबे, अशोक पाण्डेय, राकेशचंद्र, शिवनारायण पांडेय, शहाबुद्दीन लोदी, भूपेन्द्र सिंह, हरीश मिश्रा, मेंहदी हसन कब्बन, जेपी तिवारी, पूनम कूंडू, अरविंद किशोर राय, अभिषेक सिंह सहित जिला कांग्रेस प्रवक्ता रविशंकर पाठक आदि उपस्थित रहे।