-- मरीज के परिजनों से मारपीट, इमरजेसी में तोड़फोड़

-- मरीज के परिजनों ने लगाया डॉक्टर को दिखाने के लिए पैसे मांगने का आरोप

LUCKNOW: डॉ। राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल में डॉक्टर्स व कर्मचारियों की लापरवाही कम नहीं हो रही है। अब मरीज के परिजनों ने आरोप लगाया है कि थर्सडे तड़के तीन बजे बड़े डॉक्टर देखने नहीं आए और सीधे वार्ड ब्वाय ही इंजेक्शन मरीज को लगाने लगा। जिस पर कहासुनी होने के बाद परिजनों व कर्मचारियों में जमकर मारपीट हुई। अस्पताल प्रशासन ने मरीज के परिजनों पर मारपीट को लेकर विभूति खंड थाने में तहरीर दी है। जबकि परिजनों का आरोप है कि अस्पताल की सीसीटीवी में सब मौजूद पहले गार्ड ने मारा था और उन्होंने ही सीसा भी तोड़ा।

उल्टी दस्त की थी शिकायत

इंदिरा नगर निवासी अभिषेक दुबे अपने बेटे रूद्राक्ष (9 माह) को लेकर लोहिया हॉस्पिटल इमरजेंसी पहुंचे थे। रूद्राक्ष को उल्टी दस्त की शिकायत थी। उनके साथ उनकी पत्‍‌नी मंजू और सास अनीता अवस्थी व साले अजय व अंकित भी थे। अभिषेक ने आरोप लगाया कि इमरजेंसी में दो जूनियर डॉक्टर और तीन चार वार्ड ब्वाय थे। वार्ड ब्वाय ने पूछा कि क्या दिक्कत है। बताने पर उसने नाम पता नोट किया और स्वयं ही इंजेक्शन लगाने लगा।

हमने आपत्ति की तो उसने कहा कि डॉक्टर से रात में दिखाना है तो पैसे खर्च करो। इस पर साले अजय ने सरकारी अस्पताल की बात कही तो कहासुनी हो गई। इस दौरान अन्य वार्ड ब्वाय आ गए और गार्ड भी मारपीट करने लगे। अभिषेक का आरोप है कि पहले गार्ड ने साले को मारा जिसके बाद ही मारपीट शुरू हुई। अस्पताल में सीसा भी गार्ड के धक्का दिए जाने के बाद टूटा और मैंने ही पुलिस को 100 नंबर डायल कर बुलाया था। लेकिन पुलिस ने कहा कि जाओ पहले बच्चे का इलाज कराओ।

नहीं की एफआईआर

अभिषेक ने बताया कि मौके पर पहुंचे दरोगा ने कहा कि एफआईआर कराओगे तो इसी अस्पताल में मेडिको लीगल कराना होगा। जब मैंने किसी दूसरे अस्पताल में कराने की बात कही तो उन्होंने कहा कि यही अस्पताल हमारे क्षेत्र में है। जिसके बाद इस अस्पताल में मेडिकोलीगल कराने से मना कर दिया। पुलिस ने बच्चे पर पहले इलाज कराने की बात कह कर भेज दिया। अभिषेक ने कहा कि अगर हॉस्पिटल प्रशासन एफआईआर कराएगा तो वह भी एफआईआर कराएंगे और मामले को सीएम तक ले जाएंगे। सीसीटीवी फुटेज खंगाला गया तो सब सामने आ जाएगा। उन्होंने बताया कि सुबह से ही अस्पताल की ओर से धमकियां मिल रही हैं कि एफआईआर कराओगे तो मेरे खिलाफ सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने व अन्य मामलों में मुकदमा दर्ज कराएंगे।

अस्पताल प्रशासन ने लगाया आरोप

अस्पताल प्रशासन के मुताबिक अधिक परिजन देखकर गार्ड ने परिजनों को बाहर जाने की बात कही थी इसी पर कहासुनी हुई और उन्होंने डॉ। घनश्याम व फार्मासिस्ट डीके सिंह को केबिन में बेलन लगाया दिया। जिसके बाद वार्ड ब्वाय व गार्ड से मारपीट हुई। जिसमें गार्ड महिपाल, चिंटू श्रीवास्तव, प्रकाश कुमार स्वीपर, वार्ड ब्वाय रामसिंह और एंबुलेंस ड्राइवर नौशाद को चोटे आई हैं। सभी का मेडिकल कराया गया है। हॉस्पिटल के निदेशक डॉ। आरसी अग्रवाल के अनुसार घटना की फुटेज सीसीटीवी मे मौजूद है।

परिजनों के आरोप बेबुनियाद हैं। इन्होंने तोड़फोड़ की है। हंगामा किया है। सीसीटीवी में मौजूद है। उनमें से कुछ नशे में थे इसीलिए बिना मेडिकोलीगल कराए भाग गए।

डॉ। आरसी अग्रवाल, निदेशक, लोहिया हॉस्पिटल