-संस्कृत यूनिवर्सिटी में सहयोगी की पिटाई से नाराज कर्मचारियों ने काम ठप कर दिया धरना

-क्लासेज संचालित नहीं होने से नाराज स्टूडेंट्स ने भी किया विरोध प्रदर्शन, बढ़ी university administration की मुश्किलें

VARANASI:

संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी में रविवार का दिन धरना प्रदर्शन के नाम रहा। हर तरफ नाराजगी का आलम था। बात चाहे कर्मचारियों की हो या फिर स्टूडेंट्स की। हर कोई नाराज था। जहां एक ओर अपने साथी की पिटाई से नाराज कर्मचारी स्ट्राइक पर चले गए तो वहीं क्लासेस ठप होने से नाराज स्टूडेंट्स ने धरना प्रदर्शन किया। इसके चलते कैंपस में पूरे दिन गहमागहमी बनी रही। एक दिन पहले स्टूडेंट्स ने मार्कशीट का डुप्लीकेट बनाने का विरोध करने का आरोप लगाते हुए एक कर्मचारी की पिटाई कर दी थी। इससे नाराज कर्मचारियों ने दूसरे दिन स्ट्राइक की। इस दौरान कर्मचारियों ने मुकम्मल सुरक्षा की आवाज उठाते हुए कहा कि स्टूडेंट्स कर्मियों संग अक्सर मिसबिहेव करते हैं।

क्लासेज न चलने से उबले

अपने साथी की मारपीट से नाराज कर्मचारियों का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि स्टूडेंट्स ने भी यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन की मुश्किलें बढ़ा दीं। स्टूडेंट्स भी यूनिवर्सिटी में क्लासेज संचालित नहीं होने से खफा हैं। उनका आरोप है कि यूनिवर्सिटी में बीते दो महीने से क्लासेज नहीं चल रही हैं। उन्होंने बताया कि एक दिन पहले क्लासेज संचालित कराने के लिए वीसी ऑफिस में एप्लीकेशन भी दिया था लेकिन क्लासेज के संचालन के संबंध में कोई सकारात्मक संकेत नहीं मिला। इससे नाराज स्टूडेंट्स रविवार को सेंट्रल ऑफिस पहुंचकर नारेबाजी और धरना- प्रदर्शन करने लगे। स्टूडेंट्स ने वॉर्निग दी कि अगर क्लासेज का संचालन जल्द से जल्द स्टार्ट नहीं हुआ तो वे आंदोलन में तेजी लाने को मजबूर होंगे। धरना प्रदर्शन में अभिषेक मिश्र, अच्चुत कृष्ण त्रिपाठी, अखिलेश मिश्र, रविकांत भारद्वाज, शिवम व अभिषेक कुमार उपाध्याय सहित सैकड़ों स्टूडेंट्स शामिल रहे।

फिर प्रभावित होगा काम

अपनी मांगों को लेकर लंबे समय तक काम से दूर रहे कर्मचारियों की स्ट्राइक के समाप्त हुए बमुश्किल एक वीक भी नहीं बीता था कि कैंपस में एक बार फिर से कामकाज ठप हो गया है। इससे कैंपस वर्क का बेपटरी होना लगभग तय है। यदि समय रहते स्ट्राइक समाप्त नहीं कराई गई तो बेपटरी हुए वर्क की भरपाई करने में पसीने छूटने की प्रबल संभावना है।