-एमएचआरडी से स्कॉलरशिप में 55 परसेंट इंक्रीमेंट की मांग

-सैकड़ों स्टूडेंट्स ने न्यू सैक से मेन गेट तक पैदल मार्च किया

KANPUR:

आईआईटी के रिसर्च स्कॉलर्स ने मानव संसाधन मंत्रालय से स्कॉलरशिप की राशि को बढ़ाकर दिए जाने की मांग को लेकर कैंपस के अंदर पैदल मार्च निकाल कर विरोध जताया है। पीएचडी स्टूडेंट्स की मांग है कि स्कॉलरशिप में भ्भ् परसेंट इंक्रीमेंट दिया जाए। इसके अलावा पांच साल तक यह स्कॉलरशिप दी जाए। बुधवार को देश की करीब सभी आईआईटी व अन्य इंजीनियरिंग संस्थानों के रिसर्च स्कॉलर्स ने विरोध जताया है। छात्रों का ये मांग भी है कि बढ़ी हुई स्कॉलरशिप अक्टूबर ख्0क्ब् से दी जाए।

मामले को टाल रही है मिनिस्ट्री

आईआईटी के पीएचडी स्टूडेंट्स ने बताया कि उनकी स्कॉलरशिप डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एण्ड टेक्नोलॉजी ने अक्टूबर ख्0क्ब् से बढ़ाकर दे दी थी। यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन ने भी अपने रिसर्च स्कॉलर्स को स्कॉलरशिप दिसंबर ख्0क्ब् से बढ़ा कर दे दी थी, लेकिन एमएचआरडी लगातार मामले को टाल रहा था। मिनिस्टर स्मृति इरानी ने ट्वीटर पर जानकारी दी थी कि आईआईटी और इंजीनियरिंग संस्थानों के रिसर्च स्कॉलर्स की स्कॉलरशिप जल्द ही बढ़ाकर दी जाएगी।

अक्टूबर से क्यों नहीं दे रहे बढ़ी हुई स्कॉलरशिप

बीती क्8 अक्टूबर को इन स्टूडें्टस ने नेशनल लेवल पर सभी संस्थानों में लैब को बंद कर प्रोटेस्ट किया था। इसी दिन दिल्ली में आईआईएससीईआरके रिसर्च स्कॉलर शिवा ने धरना भी दिया था। जिस पर मिनिस्ट्री ने क् फरवरी से स्कॉलरशिप देने का ऐलान कर दिया था। स्टूडेंट्स इस बात से भड़क गए कि बढ़ी हुई स्कॉलरशिप अक्तूबर ख्0क्ब् से क्यों नहीं देने के निर्देश दिए गए। इसी मुद्दे पर स्टूडेंट्स ने आज देश भर के आईआईटी में प्रोटेस्ट मार्च निकाला है। स्टूडेंट्स की मांग है कि पांच साल तक भ्भ् परसेंट इंक्रीमेंट के साथ स्कॉलरशिप दी जाए। अभी तक एमएचआरडी दो साल तक स्कॉलरशिप देता था। एक साल इंस्टीट्यूट अपने लेवल से स्कॉलरशिप मैनेज करके देता था। पहले दो साल क्8 हजार फिर बाद के दो साल ख्0 हजार रुपए स्कॉलरशिप दी जाती थी। अब यह स्कॉलरशिप ख्8 से फ्क् हजार रुपए के बीच बनकर मिलेगी।